गंगोत्री के दिवंगत विधायक की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, गमगीन माहौल में पंचतत्व में विलीन
वैली समाचार, उत्तरकाशी।
गंगोत्री विधानसभा के दिवंगत विधायक गोपाल रावत की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोकप्रिय नेता की एक झलक देखने को बारिश और कोरोना का खतरा भी लोगों को रोक नहीं पाया। केदारघाट में राजकीय सम्मान के साथ विधायक को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान विधायक के पुत्र आदित्य ने मुखग्नि दी। इधर, खराब मौसम के चलते मुख्यमंत्री समेत अन्य अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाए। डीएम ने सरकार की तरफ से पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उत्तरकाशी की गंगोत्री विधानसभा के भाजपा विधायक गोपाल रावत(62) का गत दिवस देहरादून के एक अस्पताल में देहांत हो गया था।वह पिछले कुछ समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन पर परिजनों ने पार्थिव शरीर उत्तरकाशी स्थित कोर्ट रोड आवास पर ले जाया गया। जहां दिवंगत विधायक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन को रखा गया। कल रात से ही लोग अंतिम दर्शन को जुटने लगे थे। इस दौरान विधायक के निधन पर न केवल समर्थक बल्कि आसामन भी अपने आंसू नहीं रोक पाया। भारी बारिश के बावजूद लोग उपला टकनौर, भटवाड़ी, केलसू, नाल्ड कठुड, गाजणा, धनारी, डुंडा, भण्डारस्यू, समेत यमुना घाटी से लोग उत्तरकाशी पहुंचे। यहां एक पल अपने लोकप्रिय नेता की झलक देखने को बेताब दिखे। हर किसी के हाथों में फूलों की माला और आंखों में आंसू के सैलाब दिखे। यहां से अंतिम यात्रा करीब 12 बजे निकली। घर से केदारघाट तक लोगों का हुजूम अंतिम यात्रा में जुटा रहा। केदारघाट में दिवंगत विधायक गोपाल रावत को विदाई दी गई। पंचतत्व में विधायक के विलीन होने के बाद जब लोग घरों को लौटे तो आंखों में आंसू और अपने नेता के खोने का गम नज़र आया। हर कोई विधायक के असमय मौत से सदमे में दिखा।