कोरोना काल में ग्राफिक एरा की बड़ी पहल, जहाज और बसों से घर भेज रहे छात्र-छात्राओं को
वैली समाचार, देहरादून।
ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय ने कोरोना संक्रमण के दौरान फिर बड़ा दिल दिखाया है। विश्वविद्यालय ने हॉस्टल में पढ़ने वाले दूर दराज के छात्र छात्राओं को बसों और जहाज से घर पहुंचाने की व्यवस्था की है। इसके लिए छात्रों को उनके राज्य के हिसाब से बैच बनाकर कोरोना की गाइडलाइन का पालन कर घर भेजा जा रहा है।
राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को देखते हुए सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षा स्थगित कर ऑनलाइन पढ़ाई को कहा है। यहां क्लेमनटाउन स्थित ग्राफिक एरा में भी देशभर के छात्र छात्राएं पढ़ते हैं। संस्थान ने कॉलेज बंद होने से हॉस्टल में रहने वाले दूरस्थ स्थानों के छात्र छात्राओं को उनके घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए उन्हें विमान से भेजने की व्यवस्था की है। कल सुबह 8 बजे और 10.30 बजे ऐसे छात्र छात्राओं के समूह हॉस्टल से रवाना होंगे। इनमें आंध्र प्रदेश, असम, पटना, वाराणसी, छत्तीसगढ़, बैंगलोर, लखनऊ आदि दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र छात्राएं शामिल हैं। कोरोना की नई लहर और सरकार के आदेशों के मद्देनजर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन क्लास बंद कर दी गई हैंI ये विकल्प दिया गया है, जो जाना चाहें, उन्हें यूनिवर्सिटी के खर्च पर भेज जा रहा हैI जो रूकना चाहें उनके लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगीI इसका निर्णय अभिभावकों पर छोड़ा हैI दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हल्द्वानी, मुरादाबाद, काशीपुर आदि के बच्चों को बसों और कारों से उनके घर भेजा गया हैI टीचर या विश्वविद्यालय के अधिकारी साथ जाते हैं। ये व्यवस्था उन छात्र छात्राओं के लिए की गई है जो ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होने के कारण यहां पहुंचे थे। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला का कहना है कि हमारे छात्र छात्रा हमारा परिवार हैं, उनकी सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। आज के माहौल को देखते हुए उन्हें घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए यह व्यवस्था की है। जिन राज्यों में कोविड की निगेटिव रिपोर्ट आवश्यक कर दी गई है, वहां के छात्र छात्राओं का टेस्ट कराकर भेजने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि इस दौर में छात्र छात्राओं को रास्तें में कहीँ कुछ ना लेना पड़े, इसके लिए भोजन पानी आदि के पैकेट बनाए गए हैं।