फेसबुक से आश्रम के संपर्क में आया 11वीं का छात्र घर से गायब, ऋषिकेश में बरामद, जयपुर में मुकदमा दर्ज
-जयपुर में परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी, फेसबुक की चैटिंग से छात्र तक पहुंचे परिजन
-ऋषिकेश के मधुबन स्थित इस्कॉन मंदिर के संचालकों पर लगाये गंभीर आरोप
-टिहरी पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को मिला छात्र, जयपुर में कराएंगे अपहरण का मुकदमा
वैली समाचार, देहरादून।
यदि आपके बच्चे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट पर ज्यादा बिजी रहते या इस दौरान बच्चों के व्यवहार में कुछ बदलाव दिखे तो सतर्क हो जाना चाहिए। कहीं सोशल साइट पर दी गई यह छूट आपके बच्चों और आपके लिए मुसीबत न बन जाये। कुछ ऐसा ही एक मामला ऋषिकेश के एक आश्रम में देखने को मिला। जहां जयपुर से गायब हुआ एक छात्र को पुलिस की मदद से बरामद किया गया। अब परिजनों ने आश्रम और फ़ेसबुक से जुड़े लोगों के खिलाफ जयपुर में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के एक अफसर का 11वीं में पढ़ने वाला इकलौता बेटा फेसबुक के जरिये इस्कॉन (मधुबन आश्रम) के संपर्क में आ गया। कई दिनों से यह छात्र फेसबुक के जरिये जुड़ा रहा। इस दौरान उसके हावभाव बदले हुए नज़र आये। परिजनों ने पूछा तो कुछ नहीं बता पाया। इस दौरान सांसारिक मोह माया को त्याग छात्र गत रात तीन बजे जयपुर से अपने घर से अचानक गायब हो गया। सुबह परिजनों ने एकलौते बेटे को घर से गायब पाया तो होश उड़ गए। पुलिस को अपहरण की सूचना देते हुए तलाश की मांग की। पुलिस ने भी छात्र की गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस दौरान छात्र का मोबाइल, लैपटॉप घर पर मिलने से पुलिस को जांच में महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। साथ ही रात तीन बजे के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी मिल गई। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए तलाश शुरू कर दी। छात्र ने फेसबुक पर अंतिम चैट इस्कॉन से की। यह चैट पुलिस के लिए मददगार बनी।पुलिस परिजनों को लेकर ऋषिकेश स्थित इस्कॉन की लोकेशन पर आए। जहां गत दिवस देर शाम छात्र बरामद हो गया।
छात्र को वापस भेजने पर जताया एतराज
ऋषिकेश पहुंचे परिजनों ने जब मधुबन आश्रम मिले अपने बेटे को वापस ले जाने की बात कही तो आश्रम के कुछ लोग भड़क गए। परिजनों का आरोप है कि इन लोगों ने बच्चे को अपना भक्त बताते हुए वापस ले जाने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने हंगामा काट पुलिस को सूचना दी। टिहरी पुलिस ने प्रकरण में हस्तक्षेप किया तो आश्रम संचालकों ने बच्चे को परिसर से बाहर कर दिया। इसके बाद जयपुर से आई पुलिस और परिजनों ने बच्चे को अपने साथ ले गए।
…तो आश्रम ने कराई गाड़ी बुक
छात्र के पिता संवरमल का आरोप है कि आश्रम के लोगों ने उनके नाबालिग बेटे को बहला फुसलाकर यहां लाया है। फेसबुक के जरिये उसका माइंडवाश किया। इसके बाद जयपुर से ऋषिकेश तक गाड़ी भी बुक कराई। इसी गाड़ी की लोकेशन और फेसबुक की चैटिंग से वह छात्र तक पहुंच पाए।
प्रभु के दर्शन कराने का झांसा दिया
परिजनों का आरोप है कि फेसबुक और अन्य सोशल साइट से इस तरह के लोग युवाओं को प्रभु के दर्शन कराने और सांसारिक मोह माया के झंझट से छुटकारा दिलाने को तैयार कर रहे हैं। इससे पढ़ाई में मन न लगने वाले बच्चों को आसानी से अपने कब्जे में कर लेते हैं। परिजनों ने पुलिस से मांग की कि पूरे प्रकरण की जांच हुई तो कई अन्य मामले सामने आएंगे।
अपहरण में तरमीम होगी गुमशुदगी
परिजनों ने कहा कि उनके बेटे का साजिशन अपहरण हुआ है। ऐसे में वह जयपुर में दर्ज गुमशुदगी को अपहरण में तब्दील कराएंगे। परिजनों ने कहा कि आज उनका बेटा और कल किसी दूसरे का बेटा ऐसे लोगों के झांसे में आएगा। ऐसे में बच्चों को बरगलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया। हो सकता प्रकरण आश्रम के अंदर सुलझ गया होगा। अब मुकदमा जयपुर में दर्ज है, वहां की पुलिस कार्रवाई करेगी। यदि कोई शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद शाह, सीओ नरेंद्रनगर
हमने किसके बच्चे (छात्र) को नहीं बरगलाया। जयपुर से बच्चा स्वयं यहां आया। अंदर आने से पहले ही बच्चे के परिजन आ गए थे। बच्चा परिसर में खड़ा मिला और परिजन लेकर चले गए। संस्थान को वेबजह बदनाम किया जाना गलत है।
हर्ष कुमार, हेड ऑफ इस्कॉन मंदिर ऋषिकेश