चारधाम में 11 सितंबर के बाद हेलीकॉप्टर से दर्शन की तैयारी, यूकाडा ने हेली ऑपरेटरों को लिखी चिठ्ठी
-उप सचिव, अनु सचिव आईशोलेट, कुछ कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण
-यूकाडा के सीईओ बोले, सरकार और सचिव के निर्देश के बाद चलेगी हेली सेवाएं
वैली समाचार, देहरादून।
सब कुछ ठीक रहा तो 11 सितंबर के बाद चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाओं का संचालन होगा। इसके लिए उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण(यूकाडा) ने जरूरी तैयारी शुरू कर ली है। यूकाडा के सीईओ डॉ आशीष चौहान के अनुसार डीजीसीए के मानक पूरे करने वाली एविएशन कंपनियों के संचालकों को 11 सितंबर को बैठक में बुलाया गया है। इसके अलावा सरकार और सचिव से जो भी दिशा निर्देश जारी होंगे, उसके अनुसार हेली सेवाओं का संचालन किया जाएगा। यूकाडा का प्रयास रहेगा कि कोरोना काल में हेली सेवा से सुरक्षित यात्रा कराई जाए।
कोरोना संक्रमण से एविएशन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। अभी तक बारिश और कोरोना संक्रमण के चलते कम ही लोग धामों के दर्शन को पहुंचे हैं। अब सिर्फ दो माह ही यात्रा के बचे हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग हेली सेवाओं से दर्शन करना चाहते हैं। ऐसे में यूकाडा भी चारधाम यात्रा के अंतिम चरणों में हेली सेवाओं के संचालन की कवायद में जुट गया है। यूकाडा ने सभी ऑपरेटरों को पत्र लिख कर 11 सितंबर को बैठक बुलाई है। बैठक में चारधाम यात्रा में हेली सेवाओं के संचालन पर निर्णय लिया जाएगा। यूकाडा के सीईओ डॉ चौहान के अनुसार यदि ऑपरेटरों के बीच सहमति बनती तो पूरा मामला सरकार को भेजा जाएगा। इसके अलावा ज़िलों को भी व्यवस्था बनाने के लिए पत्र लिखा जाएगा। खासकर लॉ एंड आर्डर से लेकर धामों में तीर्थ पुरोहितों के विरोधा आदि पर भी ज़िलों को जरूरी तैयारी के निर्देश दिए जाएंगे। इसके बाद हेली सेवाओं के संचालन को लेकर जो भी दिशा निर्देश सरकार से मिलेंगे, उसके अनुरूप हेली सेवाओं का संचालन किया जाएगा।
यूकाडा के दफ्तर में पहुंचा कोरोना संक्रमण
उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण(यूकाडा) के दफ्तर में कोरोना पहुंचने से कुछ अनुभाग बंद कर दिए हैं। इसके अलावा एविएशन से जुड़ी कुछ बैठकें भी अगले आदेश तक टाल दी गई है। उत्तराखंड सिविल एविएशन दफ्तर तक कोरोना पहुंच गया है। यहां कुछ दिन से कर्मचारियों में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं। उत्तराखंड सिविल एविएशन के सीईओ डॉ आशीष चौहान ने बताया कि कोरोना को देखते हुए अनु सचिव और उप सचिव आईशोलेशन में हैं। कुछ कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा कुछ में संक्रमण के लक्षण दिखने पर सभी की जांच कराई गई। इससे अनुभाग को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
उड़ान योजना पर ऑपरेट
उत्तराखंड में उड़ान योजना से कई जिले जुड़ चुके हैं। यहां ट्रॉयल सफल रहा है। उत्तरकाशी, टिहरी, गौचर, श्रीनगर और पिथौरागढ़ में सेवाएं कुछ दिन जारी रखी गई। लेकिन कोरोना काल और केंद्रीय सिविल एविएशन के मानकों के अनुसार सेवाओं का संचालन अनुबंधित ऑपरेटर नहीं कर पा रहे हैं। कहीं सिंगल इंजन की जगह डबल इंजन हेलिकॉप्टर तो कहीं तकनीकी रूप से खराब जहाज को ठीक करना बाकी है। जैसे ही तकनीकी दिक्कतें दूर होंगी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
कोरोना काल से ठप हवाई सेवा
पिथौरागढ़ में हवाई सेवा मार्च माह से ठप पड़ी है। यहां हेरिटेज एविएशन का चार्टेड जहाज चलता था। इस 9 सीटर जहाज के चलने से धारचूला, मुनस्यारी, थल, बेरीनाग आदि दुर्गम इलाकों के लोग बीमारी के इलाज और जरूरी काम से देहरादून और दिल्ली जा रहे थे। लेकिन पिछले छह माह से जहाज का संचालन ठप पड़ा है।