उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को लोकसभा में मिली बड़ी जिम्मेदारी
-पीएम नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में शामिल हैं उत्पल कुमार सिंह
-अब उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष को लेकर नए नाम की चर्चा
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड में मुख्य सचिव पद से 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी उत्पल कुमार सिंह को देश की लोकसभा में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। केेंद्र सरकार ने उन्हें लोकसभा सचिव पद पर नियुक्ति दी है। एक सितंबर से वह केंद्र में नई जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में उत्पल कुमार जाने जाते हैं। उनकी छवि ईमानदार, कार्यकुशलता और गंभीर है। केदारनाथ पुनर्निर्माण में भी उनकी अहम जिम्मेदारी रही है।
राज्य में 1986 बैच के आईएएस उत्पल कुमार सिंह 2017 में मुख्य सचिव बने थे। अपना कार्यकाल बखूबी पूरा करते हुए वह 31 जुलाई 2020 को सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्त के बाद उनको उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष बनने की चर्चाएं थी। एक माह से इस पर आदेश का भी इनतजार किया जा रहा था। लेकिन शुक्रवार को अचानक उनके नियुक्ति लोकसभा सचिव पद पर होने का आदेश जारी हो गया। पूर्व मुख्य सचिव उत्पल कुमार अब देश की लोकसभा में सचिव पद पर जिम्मेदारी संभालेंगे। अध्यक्ष लोकसभा की मंजूरी के बाद ये आदेश जारी हुआ है। इधर, पूर्व मुख्य सचिव उत्पल कुमार के लोकसभा सचिव बनने के बाद राज्य में लम्बे समय से रिक्त चल रहे उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष को लेकर नए अधिकारी की खोज शुरू हो गई है। अभी तक इस पद पर उत्पल कुमार सिंह की ताजपोशी लगभग तय मानी जा रही थी। लेकिन उनकी क़ाबलियत और ईमानदारी के चलते ही लोकसभा सचिव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
क्या है लोकसभा सचिव का पद
लोकसभा सचिव एक उच्च रैकिंग का सरकारी पद है। लोकसभा सचिवों की नियुक्ति भारत के प्रधानमंत्री करते हैं। सचिव का प्रमुख कार्य कैबिनेट मंत्रियों,यहां तक कि प्रधानमंत्री की भी सहायता करना है। एक लोकसभा सचिव के कई विभागीय और संसदीय कर्तव्य भी होते हैं। वे कैबिनेट मंत्रियों के नेतृत्व में बारीकी से काम करते हैं और इसके अतिरिक्त, कार्यों में उनके पास विभाग से संबंधित सार्वजनिक और सदन के कर्तव्यों का पालन करनाभी होता है।