मैक्स अस्पताल से मरीज के मोबाइल चोरी में नर्स दोस्त के साथ गिरफ्तार, पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा

वैली समाचार, देहरादून। 

राजधानी के राजपुर रोड स्थित मैक्स अस्पताल में तैनात नर्स और उसके दोस्त को पुलिस ने चोरी के मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि नर्स ने अस्पताल के कोविड वार्ड से मरीजों के मोबाइल चोरी किए थे। चोरी के आरोप में गिरफ्तार नर्स ने अस्पताल के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाते हुए बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस सभी आरोपों के जांच में जुट गई है। इधर, अस्पताल प्रबन्धन ने आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है।

उत्तराखंड के प्रसिद्ध मैक्स अस्पताल एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार अस्पताल की नर्स के कारनामों और नर्स द्वारा अस्पताल के खिलाफ दिए बयान से तरह तरह की चर्चाएं हैं। राजपुर पुलिस के मुताबिक मैक्स अस्पताल में तैनात नर्स व उसके दोस्त को अस्पताल के कोविड वार्ड से चोरी के मोबाइल समेत गिरफ्तार किया है। पूछताछ में नर्स ने पुलिस को मैक्स अस्पताल के खिलाफ जो बयान दिए, उससे अस्पताल प्रबंधन में भी हड़कंप मचा है। गिरफ्तार नर्स रूकैया ने पुलिस को बताया कि अस्पताल से जीवन रक्षक दवाएं जैसे रेमडीसिवर व अन्य महत्वपूर्ण दवाए चोरी होती रही है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने इसकी शिकायत प्रबन्धन से की, लेकिन शिकायतों पर कोई संज्ञान नही लिया गया। इधर, राजपुर थाना पुलिस को अमनदीप गिल ने शिकायत दी थी कि उनके पिता अवतार सिंह को मैक्स अस्पताल में 21 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। 8 मई को पिता की मृत्यु के बाद उनके पिता का फोन नही मिला  इस आशय की शिकायत पहले मैक्स अस्पताल में की लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर राजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुये नर्स रूकैया व दोस्त सलमान को गिरफ्तार किया है। पुलिस के बताया कि नर्स ने बयान दिये है कि अस्पताल की मिलीभगत से लम्बे समय से भर्ती मरीजों की रेमडीसिवर से लेकर कई महंगी दवाएं गायब हुई है। इसकी शिकायत अस्पताल प्रबन्धन से की जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। इसके उलट परिजनों से अभद्रता की जाती है।राजपुर के थानाध्यक्ष राकेश शाह ने बताया है कि नर्स केे द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है।

 

 

 

पुलिस जांच में सनसनीखेज खुलासा

पुलिस के अनुसार प्रार्थना पत्र के सम्बन्ध में जाँच करने पर तथ्य प्रकाश में आये कि दिनांक 21-04-2021 को अमन दीप गिल के पिता अवतार सिंह गिल अस्वस्थ्य होने के कारण मैक्स अस्पताल में भर्ती हुये थे। दौराने उपचार दिनांक 08-05-2021 को उनका निधन हो गया था । उनका मोबाइल फोन माँडल सैमसंग आँन 06 ब्लैक रंग अस्पताल से चोरी हो गया था तथा मोबाइल चोरी के सम्बन्ध में उनके द्वारा मैक्स अस्पताल प्रबन्धन को भी अवगत कराया गया था, परन्तु वह अपनी उक्त जिम्मेदारी का निर्वहन न कर आवेदक को टालते रहे जिसके पश्चात आवेदक द्वारा उक्त चोरी के बाबत थाना पुलिस को सूचित किया गया।

 

अन्य मरीजों के साथ भी हुई चोरी की घटना

प्रकरण की जाँच के दौरान इसी प्रकार से अन्य भर्ती मरीजों के साथ चोरी की घटना के होने की जानकारी प्राप्त हुई, जिस सम्बन्ध में स्व0 श्री अवतार सिंह गिल की तीमारदारों में लगी महिला नर्सो से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अस्पताल में उक्त प्रकार की चोरी की घटनायें अकसर होती रहती है। यही नहीं अस्पताल से कोविड महामारी के दौरान जीवन रक्षक दवायें व रेमीडिसीवर इंजेक्शन भी चोरी करके बाहर भेजे जाने की घटना का उल्लेख भी नर्सिंग स्टाफ द्वारा किया गया। जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मैक्स अस्पताल प्रबन्धन को उक्त समस्त घटनाओ की जानकारी होने के पश्चात भी अस्पताल प्रबन्धन द्वारा ना तो स्व0 अवतार सिंह गिल के फोन चोरी होने अथवा अन्य चोरी की घटनाओं के साथ-साथ जीवन रक्षक दवाओं रेमीडिसीवर आदि के चोरी होने अथवा कुप्रबन्धन के सम्बन्ध में कोई भी सूचना किसी भी सक्षम अधिकारी अथवा पुलिस अधिकारी आदि को नहीं दी गयी, जो अस्पताल प्रबन्धन के इस प्रकरण में या तो संलिप्त होने अथवा आरोपियों को शह देने की ओर इगिंत करती है। प्रकरण को उच्चाधिकारी गणों के संज्ञान में लाये जाने के उपरान्त पुलिस ने कोविड-19 फेज-02 महामारी के दौरान उक्त घटना के अनावरण व घटना में संलिप्त व्यक्तियो की धर पकड़ हेतु तत्काल टीम का गठन की। प्राथमिक जाँच के उपरान्त प्रकरण के सम्बन्ध में थाना राजपुर पर मु0अ0सं0-114/21 धारा 380/404 भादवि व धारा 51बी/53 आपदा प्रबन्धन अधिनियम का अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना उ0नि0 नवीन जोशी के सुपुर्द की गयी। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत उच्चाधिकारी गणों द्वारा विवेचक को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

 

पुलिस ने ऐसे पकड़े आरोपी

विवेचना के दौरान वादी के पिता स्व0 अवतार सिंह के मोबाइल सैमसंग आँन 06 की आईएमईआई रन कराये जाने पर उक्त मोबाइल में दो मोबाइल नम्बरो का चलना प्रकाश में आया जिनमें से 01 मोबाइल नम्बर की आईडी राजकुमार पुत्र बाबूराम निवासी 258 नजीबाबाद, मण्डी, बिजनौर, उ0प्र0 तथा दूसरे मोबाइल नम्बर की आईडी सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 के नाम पर होनी ज्ञात हुयी । उक्त मोबाइल नम्बरो पर सम्पर्क करने पर एक मोबाइल नम्बर वर्तमान में बन्द होना पाया गया । तथा दूसरे मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करने पर फोन उठाने वाले व्यक्ति द्वारा अपना नाम सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 बताया। सलमान उपरोक्त को विवेचक द्वारा विश्वास में लेकर वार्ता की गयी तो सलमान द्वारा बताया गया कि मैं अभी जाखन, राजपुर रोड में हॅू। इस पर विवेचक को सलमान द्वारा राजपुर रोड सांई मन्दिर के पास मिलने हेतु कहा गया। पुलिस टीम द्वारा सांई मन्दिर के पास पँहुच कर वहाँ खड़े व्यक्ति के सलमान होने के सम्बन्ध में आश्वास्त होने के उपरान्त उसका नाम पता पूछते हुये जामा तलाशी लेने पर उसके पास से मोबाइल फोन सैमसंग आँन 06 बरामद हुआ। जिसकी आईईएमआई का मिलान करने पर उक्त फोन अभियोग से सम्बन्धित होना पाया गया जिस पर सलमान को मौके से गिरफ्तार कर मोबाइल को कब्जे पुलिस लिया गया । पूछताछ में अभि0 सलमान द्वारा बरामद मोबाइल को अपनी गर्लफ्रैण्ड रूकइया द्वारा अस्पताल से चोरी कर उसे देना बताया गया। सलमान की निशादेही पर अभियोग से सम्बन्धित अन्य अभियुक्ता रूकइया को मैक्स अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अभियुक्ता रूकइया द्वारा अस्पताल से जीवनरक्षक दवाइयों व इंजेक्शन चोरी करने की बात भी प्रकाश में आयी है। जिसके सम्बन्ध में विवेचना प्रचलित है। दवाओ की चोरी के सम्बन्ध में अस्पताल प्रबन्धन से भी पूछताछ की जा रही है ।

नर्स ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाये ये गंभीर आरोप

पूछताछ में अभियुक्त सलमान उपरोक्त द्वारा बताया गया कि मैं देहरादून एचडीएफसी लाईफ इन्श्योरेन्स में कार्यरत हूँ। तथा रूकइया मेरी गर्लफ्रैण्ड है जो मैक्स अस्पताल में कार्य करती है। उसी ने मुझे 09-05-2021 को यह मोबाइल फोन मुझे मैक्स अस्पताल में दिया था। रूकइया से लगभग 06 वर्ष से मेरी जान पहचान है। चोरी का मोबाइल लेने के बाद मैने इसमें से सिम को निकालकर फेंक दिया था। किसी राजकुमार की आईडी का सिम इसमें डाल कर मोबाइल को चला रहा था। पकडे जाने के डर से मैंने मोबाइल को स्विच आफ कर दिया था। अभि0 के बताये अनुसार रूकइया पुत्री मोबिन निवासी संस्कृति लोक, कालोनी ब्राहमण वाला, थाना पटेलनगर, देहरादून को पूछताछ हेतु बुलवाया गया। रूकइया द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि दिनांक 09/10-05-2021 के आस-पास यह यह मोबाइल मैंने मैक्स अस्पताल से चुराया था। जो मैंने पकडे जाने के डर से अपने बाँयफ्रैण्ड सलमान को दे दिया था। सलमान को मैंने यह बताया था कि यह फोन मेरा नहीं है। यह मैक्स में भर्ती किसी पेशेन्ट का है। जिसकी 08-05-2021 को मृत्यु हो गयी है। इस पर अभि0 सलमान ने कहा कि इस पर सिक्योरिटी लाँक लगा है। कोविड कफर्यू होने के कारण इसका लाँक मैं अपने गाँव जाकर खुलवा दूँगा। मेरे द्वारा दिनांक 15-05-2021 को लाँक खुलवा दिया गया। रूकइया पूछताछ में भावुक होकर यह भी बताया गया कि सर मैक्स अस्पताल सेस बडी-बडी चीजें व जीवनरक्षक दवायों (रेमडेसिवर), इंजेक्शन आदि व लोगों की कीमती सामान भी चोरी होते है। लेकिन मैक्स अस्पताल वाले उनकी रिपोर्ट करने में कोई रूचि नहीं दिखाते है। बल्कि मरीजों के तीमारदारों को टालते रहते है। बल्कि एमआईसीयू व रोगी वार्ड में स्टाँफ नर्स, जेडीए और हाउसकीपिंग के अलावा अन्य किसी को भी घुसने की अनुमति नहीं होती है। अस्पताल प्रबन्धन से ही मिल जुल कर ही यह कार्य होता है। अभि0 गणों द्वारा बताया गया कि लालच के कारण हमने मोबाइल चोरी की घटना अंजाम दिया है।

 

नाम पता अभियुक्त गणः-

1- कु0 रूकइया पुत्री मोबिन निवासी संस्कृति लोक काँलोनी, ब्राहमणवाला, थाना पटेलनगर, देहरादून उम्र-21 वर्षं(स्टाँफ नर्स मैक्स अस्पताल)
2- सलमान अहमद पुत्र खुशनुद निवासी नगीना, मोहम्मदपुर त्रिलोक, बिजनौर उ0प्र0 हाल पता- चुक्खुवाला मोहल्ला थाना कोतवाली नगर, देहरादून। (रूकइया का मित्र) उम्र-27 वर्ष ।

 

अस्पताल प्रबन्धन हर जांच को तैयार, जारी किया बयान

देहरादून दून के नामी मैक्स अस्पताल पर स्टाफ नर्स द्वारा लगाए गए गम्भीर आरोपो पर मैक्स अस्पताल प्रबंधन ने भी अपना पक्ष जारी करते हुए हर जांच के लिए तैयार रहने व हर मरीज के बेहतर इलाज व समस्त जिम्मेदारी का बिंदुवार जवाब दिया है। आपको बताते चले मोबाइल समेत अरेस्ट हुई मैक्स अस्पताल की नर्स रुकैया ने मैक्स अस्पताल प्रबंधन पर रेमेडीसीवीर इंजेक्शन तक गायब कराने के समेत कई गंभीर आरोप लगाए है।
मैक्स अस्पताल के हेड सन्दीप तंवर ने बताया है कि शिकायतकर्ता (जो अस्पताल में एक मरीज का परिचारक था) ने अस्पताल प्रशासन को मरीज के सामान के नुकसान की सूचना दी थी और स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। अस्पताल ने अधिकारियों को उनकी जांच में हर संभव सहायता प्रदान की। पूर्व नर्सिंग स्टाफ द्वारा अस्पताल के फार्मेसी से दवा चोरी का आरोप निराधार है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम अपनी इन्वेंट्री को बनाए रखने में बहुत कड़े प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। हम नियमित रूप से स्टॉक की जांच और ऑडिट करते हैं और हमारे रिकॉर्ड और वास्तविक इन्वेंट्री में कोई बेमेल नहीं पाया गया है। हमारे कर्मचारियों के लिए हमारी अनुशासनात्मक नीतियों के अनुरूप, नर्स की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।

 

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