अब बलूनी ग्रुप ने ली अनाथ बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी
-सरकार भी पहले ही शिक्षा का खर्चा उठानी की कर चुकी घोषणा
– स्कूली शिक्षा और मेडिकल-इंजीनियरिंग की कोचिंग मिलेगी निशुल्क
– कोरोना वारियर्स के बच्चों को निशुल्क कोचिंग दे रहा संस्थान
वैली समाचार, देहरादून।
बलूनी ग्रुप आॅफ एजूकेशन ने एक बार फिर कोरोना पीड़ितों की मदद को हाथ बढ़ाए हैं। ग्रुप के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने कहा है कि जो बच्चे कोरोना महामारी में अनाथ हो गये हैं, उनको स्कूली शिक्षा निशुल्क दी जाएगी। यदि बच्चा डाक्टर या इंजीनियर बनना चाहता है तो उसे कोचिंग भी निशुल्क दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक दायित्व की भावना के तहत बलूनी ग्रुप ने यह फैसला लिया है।
ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने कहा कि आज प्रदेश कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है। इस जंग में कई बच्चे अनाथ हो गये हैं। उनके सामने शिक्षा जारी रखने की कठिन चुनौती है। ऐसे में ग्रुप के चेयरमैन डा. नवीन बलूनी ने फैसला किया कि आर्थिक विपन्नता के कारण इन बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। ग्रुप ने तय किया है कि ऐसे बच्चों को पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा कोंिचग भी निशुल्क दी जाएगी।
गौरतलब है कि बलूनी ग्रुप आॅफ एजूकेशन उत्तर भारत का अग्रणी शिक्षण संस्थान है। बलूनी क्लासेस मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग में उत्तर भारत का अग्रणी संस्थान गिना जाता है। ग्रुप के देहरादून, आगरा, मथुरा और कोटद्वार में स्कूल और बोर्डिंग स्कूल हैं। पिछले वर्ष कोरोना महामारी की शुरुआत से ही बलूनी ग्रुप आफ एजूकेशन ने कोरोना वारियर्स और शहीद सैनिकों के बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग की निशुल्क कोचिंग दे रहा है। इसके अलावा बलूनी ग्रुप कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों को राशन, दवाएं और अन्य जरूरी सामग्री भी दे रहा है। ग्रुप के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी और उनकी टीम ने कोरोना मरीजों के लिए रक्तदान भी किया।