देहरादून की कात्यायिनी ने दिल्ली में बढ़ाया उत्तराखंड का मान, पीसीएस जे में हासिल की दूसरी रैंक
-सर से पिता का साया हटने पर भी कम नहीं हुए हौसले, पिता के सपने किये साकार
-पौड़ी और देहरादून में हुई कात्यायिनी की स्कूलिंग, भोपाल और दिल्ली से की कानून की पढ़ाई
वैली समाचार, देहरादून।
देहरादून की कात्यायिनी शर्मा कंडवाल ने दिल्ली पीसीएस जे में दूसरी रैंक हासिल कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। कात्यायिनी की इस उपलब्धि से परिवार में खुशी की लहर है। पढ़ाई के दौरान सर से पिता का साया हटने पर कात्यायिनी ने कहा कि इस उपलब्धि से पिता के सपने को साकार किया है।
मूल रूप से पौड़ी की रहने वाली कात्यायिनी शर्मा का परिवार देहरादून में रहता है। 10वीं तक कात्यायिनी ने पौड़ी स्थित सेंट थॉमस से पढ़ाई की। 12वीं की पढ़ाई रिवरडेल पब्लिक स्कूल से की। इसी दौरान कात्यायिनी पिता मदन मोहन शर्मा (सुंदरियाल) का भी अचानक निधन हो गया। पिता के निधन से पूरा परिवार टूट गया था। लेकिन प्राथमिक विद्यालय कारगी में प्रधानाध्यापिका के पद तैनात माता कुसुम शर्मा ने परिवार को संभाला। इसके बाद कात्यायिनी ने भी पढ़ाई जाती रखते हुए क्लेट में देशभर में 238वीं रैंक हासिल कर प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कात्यायिनी ने भोपाल से एलएलबी और दिल्ली एलएलएम किया। इसी दौरान कात्यायिनी ने पीसीएसजे समेत अन्य परीक्षाओं की तैयारी की। लेकिन प्रतिभा की धनी कात्यायिनी ने दिल्ली पीसीएसजे में दूसरी रैंक हासिल कर सफलता के झंडे बुलंद कर दिए। उत्तरकाशी में रह रहे कात्यायिनी के मामा जगदम्बा प्रसाद उनियाल ने बताया कि कात्यायिनी की इस सफलता से उनका देश मे मान बढ़ा है। कत्यानी की एक छोटी बहन है। कात्यायिनी ने इस सफलता का श्रेय अपनी मां, मामा, बहन, पति और ससुरालियों को दिया है।
महाराज ने कात्यायिनी को दी शुभकामनाएं
देहरादून। प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड की कात्यायिनी शर्मा कण्डवाल जिनका पीसीएसजे दिल्ली में द्वितीय रैंक लेकर न्यायिक मजिस्ट्रैट के पद पर चयन हुआ है को अपनी शुभकामनायें देते हुए हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है। श्री महाराज ने कहा कि हर्ष का विषय है कि कात्यायिनी उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कण्डवाल की पुत्रवधु हैं। श्री महाराज ने कहा कि निश्चित रूप से कात्यायिनी की न्यायिक सेवा में सफलता उत्तराखण्ड की सभी बालिकाओं के लिये प्रेरणादायक है।