मुख्यमंत्री कल उत्तरकाशी में करेंगे तीन पावर प्रोजेक्ट का लोकार्पण, आत्मनिर्भर का देंगे संदेश
-इंद्रा टिपरी में 200 किलोवाट के सोलर और चकोन में 25 किलोवाट के पिरूल प्रोजेक्ट तैयार
-लम्बे समय से बंदी पड़ी पिलंग गाड़ लघु जल विद्युत परियोजना का करेंगे शुभारंभ
वैली समाचार, उत्तरकाशी।
कोरोना संक्रमण के बीच राज्य में आत्मनिर्भर को लेकर अच्छी खबर है। उत्तरकाशी में 25 किलोवाट पिरूल और इंद्रा टिपरी में 200 किलोवाट के सोलर पावर प्रोजेक्ट को स्थानीय लोगों ने सरकार की मदद से तैयार कर पूरे राज्य में आत्मनिर्भर का संदेश दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कल यानी बुधवार को इन दोनों प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा लम्बे समय से बंद पड़ी पिलंग गाड़ लघु जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण भी करेंगे। यह दोनों प्रोजेक्ट राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने तथा पावर क्षेत्र में वैकल्पिक ऊर्जा में मील का पत्थर साबित होंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कल यानि बुधवार को उत्तरकाशी में 225 किलोवाॅट की दो विद्युत परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे। राज्य में ऊर्जा उत्पादन के नवाचारी व हरित तरीकों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार काम कर रहे हैं। विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए लोगों को ऊर्जा क्षेत्र में उद्यम स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री की ओर से 200 किलोवाट सोलर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने के लिए बीते साल योजना शुरू की गई थी। जिसके तहत राज्य भर में 52 मेगावाट से भी अधिक क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किए गए। इसी योजना का लाभ लेते हुए टिहरी निवासी युवा उद्यमी आमोद पंवार ने अपने गांव के पड़ोस में इंद्रा टिपरी में 200 किलोवाट क्षमता के सोलर प्लांट को स्थापित किया है। इस प्लांट से सालाना औसतन 3 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, यह बिजली अगले 25 सालों तक यूपीसीएल खरीदेगा।
पिरूल का प्रोजेक्ट बनेगा नजीर
उत्तरकाशी में शिक्षक महादेव गंगाडी ने चकोन गांव में राज्य का पहला पिरूल पावर प्रोजेक्ट लगाया है। पर्यावरण के लिए खतरा बने पिरूल का उपयोग लम्बे समय से कोयला, बिजली उत्पादन समेत अन्य कार्य के लिए किये जाने की बात चल रही थी। लेकिन शिक्षक गंगाडी ने इसको धरातल पर उतार कर बड़ा संदेश दिया है। इंद्रा टिपरी में सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री धनारी के ग्राम चकोन में बने पिरूल प्रोजेक्ट का लोकापर्ण करेंगे। यहां पिरूल की पत्तियों से 25 किलोवाट बिजली उत्पादन होगा। पिरूल को बिजली उत्पादन में प्रयोग करने के इस विचार का मुख्यमंत्री पहले भी सराह चुके हैं।
गंगोत्री विधायक बोले स्वरोजगार के मॉडल बनेंगे पावर प्रोजेक्ट
गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने कहा कि लॉक डाउन और कोरोना संक्रमण काल मे उत्तरकाशी ज़िले में बने यह दो प्रोजेक्ट राज्य ही नहीं देशभर में आत्मनिर्भर का संदेश देंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री के उत्तरकाशी पधारने का स्वागत किया। कहा कि स्वरोजगार की दिशा में ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में निवेश कर उद्यम स्थापित करने के लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत मदद दे रही है। विधायक ने कहा कि सरकार बैंकों को उद्यमियों को ऋण उपलब्ध करवाने को भी पहले ही निर्देशित कर चुकी है। सरकार खुद भी इसकी मानिटरिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति सोलर प्लांट, पिरूल प्लांट की स्थापना कर सकता है। राज्य सरकार की ओर से लगातार इसके लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री जी के साथ ऊर्जा सचिव राधिका झा भी मौजूद रहेंगी।