कुमाऊं रेंज में भी खुलेगा साइबर क्राइम थाना, शासन ने दी स्वीकृति, साइबर अपराध पर कसेगी नकेल
–अभी तक देहरादून में चल रहा राज्य का एक मात्र साइबर थाना, साइबर ठगों पर कस रही नकेल
-बढ़ती साइबर ठगी और अपराध को रोकने के लिए सरकार ने लिए निर्णय
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड में जल्द दूसरा साइबर क्राइम थाना भी अस्तित्व में आ जाएगा। शुक्रवार को सरकार ने इसकी स्वीकृति दे दी है। कुमाऊं रेंज में बढ़ते साइबर अपराध और अपराधियों पर यह थाना नकेल कसेगा। डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने इसकी जानकारी दी है। कहा जल्द थाने में स्टाफ और जरूरी संसाधन जुटा कर इसकी शुरुआत की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि कुमाऊं परिक्षेत्र में भी लम्बे समय से साइबर क्राइम थाना खोलेने पर विचार चल रहा था। इस सम्बंध में शासन ने साइबर क्राइम थाना खोलने की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने शीघ्र ही कुमाऊं परिक्षेत्र में अब साईबर थाना खोला जाएगा, जिससे वहां की जनता को बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन शॉपिंग, मनी ट्रांजेक्शन, सोशल मीडिया सम्बन्धी मामलों की शिकायत दर्ज कराने में आसानी होगी। अब कुमाऊं रेंज के लोगों को साइबर क्राइम से जुड़े मामलों के निस्तारण को देहरादून पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
2015 में देहरादून में खुला था साइबर थाना
राज्य में 26 मार्च 2015 को पहला साइबर क्राइम थाना देहरादून में खुला था। तब इसे राज्य का साइबर थाना नाम दिया गया था। लेकिन इस थाने से जो उम्मीदें साइबर अपराध रोकने के लिए थी, उसमें ज्यादा काम नहीं हुआ। अधिकांश मामलों में थाना, चौकी पुलिस और ज़िलों में गठित साइबर सेल ने ही साइबर क्राइम के मामले सुलझाए गए। स्टाफ, संसाधन, तकनीकी, एक्सपर्ट आदि की थाने में शुरुआत से कमी बनी हुई है। ऐसे में थाना पोस्टिंग के लिहाज से तो ठीक रहा, लेकिन बड़े अपराध खोलने में एसटीएफ, एसओजी की मदद लेनी पड़ी रही है।