कोरोना की जंग के बीच उत्तराखंड की वरिष्ठ महिला आईएएस भूपेंद्र कौर ने छोड़ी नौकरी

-1997 बैच की महिला आईएएस का अचानक वीआरएस लेने से आम से खास के बीच चर्चाएं

-सूत्रों का दावा डब्ल्यूएचओ में किसी सीनियर पद के लिए कौर ने लिया निर्णय

-तीन साल में तीन सीनियर आईएएस उत्तराखंड से ले चुके वीआरएस

वैली समाचार, देहरादून। 

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बीच नौकरशाही से बड़ी खबर आई है। शासन में वरिष्ठ महिला आईएएस भूपेंद्र कौर औलख ने (वीआरएस) नौकरी छोड़ दी है। वह शासन में सचिव सिंचाई और जलागम समेत अन्य महत्वपूर्ण महकमा संभाल रही थी। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद अपर मुख्य सचिव (कार्मिक) राधा रतूड़ी ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। औलख को नौकरी छोड़ने से पहले तीन माह के नोटिस पीरियड में भी छूट (शिथिलता) दे दी है। शासन की वरिष्ठ महिला आईएएस के वीआरएस को लेकर खूब चर्चाएं चल रही हैं।

उत्तराखंड कैडर की वर्ष 1997 बैच की सीनियर महिला आईएएस डॉ भूपिंदर कौर औलख ने कुछ समय पहले वीआरएस (स्वेच्छिक सेवा निवृत्ति) के लिए आवेदन किया था। यह प्रस्ताव कार्मिक विभाग को मिलते ही राज्यपाल की सहमति को भेजा गया। इस पर राज्यपाल ने अपनी सहमति दे दी। राज्यपाल की सहमति मिलते ही शुक्रवार को आईएएस भूपेंद्र कौर औलख को आज दोपहर से वीआरएस दे दिया है। उनके वीआरएस लेने के बाद शासन से लेकर आम लोगों के बीच चर्चाएं हैं। उल्लेखनीय है कि कौर राज्य में महिला बाल विकास, शिक्षा समेत महत्वपूर्ण महकमा देख चुकीं हैं। उनके पति आईपीएस हैं और देहरादून में सीनियर पद पर तैनात हैं।

 

…तो डब्ल्यूएचओ जॉइन करेंगी कौर

भरोसेमंद सूत्रों की माने तो आईएएस भूपेंद्र कौर औलख किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन की कमान संभाल सकती हैं। बताया जा रहा  कि डॉ  औलख डब्लूएचओ की चेयरपर्सन बनने जा रही है। इतने बड़े ओहदे संभाले से उन पर नाज होगा। साथ ही एक काबिल महिला अफसर के जाने से राज्य को नुकसान भी उठाना पड़ेगा।

 

तीन साल में तीन आईएएस ने छोड़ी नौकरी

राज्य में लगातार तीन वर्षों के भीतर भूपिंदर कौर औलख तीसरी आईएएस अफसर है, जिन्होने नौकरी को अलविदा कह दिया है। इससे पहले भारत सरकार में गए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ राकेश भी वहीं से नौकरी छोड़ कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़े संस्थान में मोटी सेलरी पर चले गए। जबकि 2017 में आईएएस उमाकांत पंवार ने भी नौकरी छोड़ दी थी। कुछ साल विदेश में नौकरी करने के बाद वह वापस आ गए। अब उन्हें सरकार में बतौर सलाहकार का जिम्मा दिया गया है।

 

सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहे आईएएस पंवार

 

आईएएस उमाकांत पंवार का वीआरएस  सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। राज्य के टॉप आईएएस अधिकारियों में शूमार पंवार के निर्णय को लेकर कई तरह की चर्चा रही।  कांग्रेस सरकार के जाते और नई भाजपा सरकार के आते ही उन्होंने वर्ष 2017 अगस्त माह में  पावरफुल होने के बावजूद वीआरएस लिया था। हालांकि नौकरी छोडने के बाद सरकार ने उत्तराखंड सेंटर फार गुड गवर्नेंस का दायित्व देना चाहा, लेकिन अस्वीकार कर दिया था। बाद में अमेरिका गये और वहां से भी वापस आ गए। कुछ दिन पहले  सरकार ने उन्हे स्वास्थ्य विभाग में अवैतनिक सलाहकार बनाया है।

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