डीजी की वेबसाइट पर सफाई, बोले नहीं हुई हैक,मुकदमा दर्ज

 

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(डीजी अशोक कुमार)

देहरादून। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार की वेबसाइट हैक नहीं हुई है। डीजी ने आपत्ति की कि कुछ न्यूज पोर्टल पर “डीजी अशोक कुमार की वैबसाइट हैक” शीर्षक से न्यूज प्रसारित की जा रही है। इसमें कोई भी सत्यता नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कुछ समय पहले ह्यूमन इन खाकी डाॅट काॅम नाम से एक डोमेन लिया गया था। डोमेन रिन्यू न होने के कारण काफी समय पहले ही एक्सपायर हो गया था। उक्त डोमेन को किसी व्यक्ति ने खरीदकर उस पर आपत्तिजनक सामग्री डाली गयी है। इसी बात को आधार बनाकर उनके नाम से खबर प्रचारित की जा रही है।उधर, देर शाम को पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गत रविवार को किसी ने डीजी अशोक कुमार के ट्विटर एकाउंट को खोला। इसमें डीजी अशोक कुमार की पुस्तक ‘खाकी में इंसान’ के अंग्रेजी वर्जन ह्यूमन इन खाकी डॉट कॉम वेबसाइट का लिंक खोला तो दंग रह गए। वेबसाइट में अश्लील वीडियो और तस्वीरें लोड थी। इस पर कुछ देर में चर्चा होने लगी कि किसी ने एकाउंट को हैक कर लिया है। जबकि कुछ लोग कहने लगे कि वेबसाइट हैक हुई है। डीजी की वेबसाइट हैक होने की सूचना मीडिया में आने से महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस मुख्यालय से लेकर साइबर पुलिस ने अपने स्तर पर जानकारी जुटाने शुरू कर दी थी। इस पर मुकदमा दर्ज करने की भी तैयारी चलने लगी। हालांकि मातहतों ने डीजी के आदेश पर टकटकी लगाए रखी। किन्तु सूचना के दूसरे दिन कुछ न्यूज पोर्टल ने “डीजी अशोक कुमार की वैबसाइट हैक” शीर्षक से न्यूज प्रसारित करने शुरू कर दी। इस पर, महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने स्पष्ट किया कि उनकी कोई वेबसाइट हैक नहीं हुई है। ह्यूमन इन खाकी डाॅट काॅम नाम से उन्होंने एक डोमेन लिया गया था, डोमेन रिन्यू न होने के कारण काफी समय पहले ही एक्सपायर हो गया था। उक्त डोमेन को किसी व्यक्ति ने खरीदकर उस पर आपत्तिजनक सामग्री डाली गयी है। ऐसे में डोमेन की आड़ में गलत तथ्य देकर उनकी वेबसाइट दिखाया जा रहा है। उन्होंने सभी से कहा कि ऐसी कोई वेबसाइट उनकी हैक नहीं हुई है। हालांकि पूरे मामले में पुलिस ने सोमवार देर शाम को साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून में वादी मुकदमा उप निरीक्षक राजीव सेमवाल ने अज्ञात केे खिलाफ Human In Khaki के नाम से एक बैवसाईट http//www.humaninkhaki.com बनाकर उसमें अश्लील वीडियो अपलोड़ कर खाकी की छवि धूमिल करने के सम्बन्ध में अभियोग मु0अ0सं0 04/2020 धारा 500 भादवि व 67A IT Act पंजीकृत कराया। इसकी विवेचना निरीक्षक पंकज पोखरियाल के सुपुर्द की गयी है।

 

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