उत्तराखंड में शराब खरीदने को उमड़ी भीड़, लाठी फटकार कर पुलिस ने संभाली स्थिति, कई वीडियो वायरल
-बागेश्वर समेत पहाड़ के ज़िलों में सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर हो रहा उल्लंघन
-देहरादून के ठेकों में 500 मीटर लंबी लाइन, पहाड़ों में भी जुटी खरीदारों की भीड़
-मास्क, हेलमेट पहनकर पहचान छिपा कर लाइन पर खड़े हो रहे लोग
देहरादून। लॉक डाउन के बीच उत्तराखंड में शराब की दुकानें खुल गईं हैं । दुकान खुलने से पहले ही शराब के खरीदार लाइन में खड़े हो गए। शुरुआत में तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ। लेकिन भीड़ बढ़ते ही धक्का मुक्की होने लगी। कुछ जगह तो पुलिस को लाठी तक फटकारने पड़ी। हालांकि कुछ दुकानों पर शराब खरीदने वाले अनुशासित तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे। देहरादून के कई ठेकों पर शराब खरीदने को आधा किमी से ज्यादा लम्बी लाइन लग गई।
उत्तराखंड में लॉक डाउन के चलते करीब डेढ़ माह बाद सोमवार को देशी अंग्रेजी शराब की दुकानें खुली। दुकानें सुबह 7 बजे खुली। लेकिन खरीदार 6 बजे लाइन पर खड़े दिखे। भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने व्यवस्था संभाली। इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खड़े रहे। हालांकि पहचान छिपाने के लिए मास्क के अलावा हेलमेट और टोपी पहने दिखे। हर किसी के पास बैग जरूर दिखा। पहाड़ में बागेश्वर समेत कई जगज सोशल डिस्टेंसिंग तारतार हो गई। यहां दुकानों पर जुटी भीड़ में खरीदार धक्का मुक्की करते दिखे। इस दौरान पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी। इसी तरह देहरादून, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, उत्तरकाशी, टिहरी आदि ज़िलों में भी शराब खरीदने को भीड़ जुटी। देहरादून में सबसे ज्यादा लोग घण्टाघर, प्रिंस चौक, मोथरोवाला चौक, निरंजनपुर मंडी, प्रेमनगर, आईएसबीटी आदि में लंंबी लाइन लग गई। घण्टाघर में तो पुलिस को लाठी फटकारने पड़ी। जबकि पटेलनगर, मोथरोवाला में डेढ़ किमी लम्बी लाइन लगने पर पुलिस को व्यवस्था बनाने में खासी मेहनत करनी पड़ी।
एक पेटी की अनुमति
राज्य के भीतर एक पेटी शराब ले जाने की अनुमति है। लेकिन अधिकांश ठेकों ने 10 बोतल तक दी गई। हालांकि देखने में यह आया कि जो लोग दुकान तक पहुंचने में सफल रहे, वह कम से कम 2 से 3 बोतल खरीदता दिखा। इस दौरान लम्बे इंतजार के बाद दुकान से शराब की बोतल हाथ में आई तो लोगों के चेहरों में ऐसी खुशी देखी गई जैसा अमृत मिल गया।
घंटों इंतजार किया और मायूस लौटे
शहर की हॉटस्पॉट कारगी चौक, लक्खीबाग आदि की दुकानों को खुलने के इंतजार में लोग सुबह ही किनारे बैठ गए। इस दौरान सुबह 7 से 10 बजे का समय होने पर भी दुकान न खुली तो लोगों ने कारण जानना चाहा। इसके बाद पता चला कि यहां दुकानें नहीं खुलेंगी तो मायूसी के साथ लौट गई। अन्य दुकानों पर भी लंबी लाइन के चलते अब इन लोगों ने मंगलवार का इंतजार किया।