दून अस्पताल में भर्ती दो लोगों की मौत, कोरोना की पुष्टि को सैम्पल जांच को भेजे
–23 वर्षीय युवक मंगलवार को कोरोनेशन अस्पताल से हुआ था रेफर
-65 वर्षीय व्यक्ति कुछ समय पहले दुबई से लौटा था देहरादून
-जिलाधिकारी के निर्देश पर दोनों के कोरोना के सैम्पल भेजे गए जांच को
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना को लेकर चिंता बढ़ गई है। अभी तक जहां कोरोना पॉजिटिव 46 मरीज सामने आ चुके हैं। वहींं संदिग्धों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बुधवार को दून अस्पताल में अलग अस्पतालों से रेफर कर आए दो मरीजों की मौत हो गई। हालांकि अभी तक दोनों में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर दोनों के कोरोना जांच को सैम्पल ले लिए हैं। देर शाम तक उनकी जांच रिपोर्ट मिलने की उम्मीदें है। इसके बाद ही शवों को अंत्येष्टि के लिए परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात दून अस्पताल के आइसीयू में भर्ती दो मरीजों की मौत हो गई। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि अभी तक राहत भरी बात यह है कि दोनों की कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन जिस तरह से इलाज के दौरान मौत हुई है, उससे चिंता जरूर बढ़ गई है। अस्पताल के अनुसार 23 वर्षीय एक युवक मंगलवार की दोपहर कोरोनेशन अस्पताल से यहां रेफर हुआ था। उसे बदन दर्द, बार-बार चक्कर आने की शिकायत थी। दून अस्पताल में उसे आइसीयू में रखा गया था। युवक मूल रूप से नैनीताल का रहने वाला है और यहां एक प्राइवेट स्कूल में खाना बनाने का काम करता था। इसके अलावा 65 वर्षीय एक व्यक्ति को सोमवार को दून अस्पताल में भर्ती किया गया। उन्हें सांस की दिक्कत थी। बताया गया कि पूर्व में उनकी ट्रेवल हिस्ट्री थी और वह 21 मार्च को दुबई से अपने बेटे के पास से लौटे थे। जिसके बाद वह दिल्ली में 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन भी रहे। जहां उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इस पर वह दिल्ली से 7 अप्रैल को देहरादून पहुंचे। यहां भी वह होम क्वारंटाइन में थे।तबियत खराब होने पर परिजन उनका एक प्राइवेट अस्पताल से इलाज करा रहे थे। उन्हें अस्थमा की दिक्कत थी। गत दिवस दून अस्पताल में पहले उन्हें जनरल वार्ड में भर्ती किया गया और दिक्कत बढ़ने पर आइसीयू में भर्ती कराया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। यह व्यक्ति मूल रूप से जनपद पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं और यहां पंडितवाड़ी क्षेत्र में रहते थे। इधर, जिलाधिकारी के निर्देश पर इन दोनों का सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही शव परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे। इसके बाद ही इनकी मौत की असली बजह सामने आएगी। तब तक प्रार्थना की जाए कि दोनों कोरोना पॉजिटिव न हो।