बदरीनाथ के कपाट 15 मई और केदारनाथ धाम के कपाट पर कल फैसला

लॉक डाउन के चलते टिहरी राजा से राय मशविरा के बाद सरकार ने लिया गया फैसला

-रावलों को क्वारंटाइन करने और धामों में व्यवस्था न जुट पाने से आगे बढ़ाई तिथि

-कपाट खुलने की तिथि में बदलाव करने के समर्थन और विरोध करने लगे लोग

देहरादून। कोरोना महामारी का असर देश में धामिर्क आस्था पर भी पड़ा है। मंदिर-मस्जिद लॉक डाउन के बाद से बंद चल रहे हैं। अब करोड़ो हिंदुओं की आस्था से जुड़ी चार धाम यात्रा भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। यही कारण है कि सरकार ने भी कोरोना महामारी और लॉक डाउन के चलते बदरीनाथ धाम के कपाट की तिथि 30 अप्रैल से आगे बढ़ाते हुए 15 मई तय कर दी है। मंगलवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर निर्णय लिया जाएगा। टिहरी रियासत के राजा मनुजेंद्र शाह से राय मशविरा कर बाद यह निर्णय लिया गया है।

चारधाम यात्रा इस बार अप्रैल माह से शुरू हो रही है। 26 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा शुरू हो जाएगी। मगर, कोरोना महामारी के चलते धामों में किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं जुटा पाई। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन 3 मई तक है। इससे यात्रियों के पहुंचने की उम्मीदें भी दूर दूर तक नहीं है। बदरीनाथ और केदरनाथ धाम के रावल बाहरी राज्यों से अभी पहुंचे हैं। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइंस में इनको 14 दिन कक्वारंटाइन किया जाना जरूरी है। वर्तमान में जो तिथि घोषित की गई है, उससे यह अवधि पूरी नहीं होती है। यही कारण है कि सोमवार को टिहरी महाराज मनुजेंद्र शाह के साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बैठक में कपाट खोलने को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान वर्तमान स्थितियों को देखते हुए बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख में बदलाव किया गया। राजा मनुजेंद्र ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट में बदलाव किया जा सकता है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि अब बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 15 मई को प्रातः 4:30 बजे खोले जाएंगे।

पहले इस दिन खुलने थे कपाट
पहले बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 30 अप्रैल निर्धारित की गई थी। केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल को खुलने थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण धाम के कपाट खोलने की तिथि में बदलाव किया गया है।

 

तय समय पर खुलेंगे गंगा यमुना के कपाट

चारधाम में दो धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तय मुहर्त पर खुलेंगे। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन 25 अप्रैल को गंगा की डोली मुखबा से भैरव घाटी को रवाना होगी। यहां रात्रि विश्राम के बाद 26 को गंगोत्री पहुंचेगी। जबकि यमुना की डोली 26 को खरसाली से रवाना होगी। दोनों धाम के कपाट 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन खुलेंगे।

 

गाडू घड़ा का मुहर्त 5 मई को

कपाट खुलने की तिथि बढ़ाने के साथ ही गाडू घड़ा परंपरा के लिए तिल का तेल निकालने के लिए 5 मई 2020 की तिथि तय की गई है। सोमवार को टिहरी के राजा श्मनुजेंद्र शाह ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आवास में बदरीनाथ एवं केदारनाथ के संबंध में बैठक की गई।

 

बैठक में ये लोग रहे मौजूद

बैठक में टिहरी की महारानी एवं सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव श्उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री बोले

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाना है। भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के संबंध में भी चर्चा की गई। धार्मिक परम्परानुसार संबंधित धर्माचार्यों द्वारा भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन एवं समय निर्धारित किया जाएगा।

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