मलारी में शिक्षिका जया चौधरी ने खुद की जान जोखिम में डाल बचाया छात्रों का जीवन
वैली समाचार, देहरादून।
चमोली जनपद के मलारी में तैनात शिक्षिका जया चौधरी ने बड़ी मिसाल पेश की है। अभिभावकों द्वारा जबरन स्कूल भेज गए छात्रों को जब शिक्षिका जया घर पहुंचाने जेआ रही थी, तभी रास्ते में कुंती गदेरे में हिमखंड टूटने से जलस्तर बढ़ गया। इससे पहले की स्कूली छात्रों का जीवन खतरे में पड़ता, जया ने खुद की जान की परवाह न कर सभी छात्रों को सुरक्षित कर लिया। इसके बाद जलस्तर कम होने पर छात्रों को सकुशल उनके घर तक पहुंचाया। गांव वालों को जब इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने शिक्षिका जया का आभार जताते हुए नौनिहालों के लिए भगवान बताया।
सीमांत क्षेत्र मलारी में कोविड संक्रमण के बाद स्कूल खुलने के बाद शिक्षक राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक पढ़ाई करा रहे हैं। पिछले दिनों तक शिक्षक छात्रों को ऑनलाइन की व्यवस्था न होने से ऑफलाइन पढ़ाई करा रहे थे। लेकिन सोमवार को अचानक अभिभावकों ने प्राथमिक और जूनियर के कुछ छात्रों को स्कूल भेज दिया। यह देख प्राथमिक विद्यालय मलारी की शिक्षिका जया चौधरी ने छात्रों को कोरोना की गाइडलाइन बताते हुए घर पर ही पहले जैसी पढ़ाई करने को कहा। इस बीच तेज बारिश हुई तो शिक्षिका जया स्वयं छात्रों को घर तक छोड़ने उनके साथ चल पड़ी। लेकिन रास्ते में कुंती गदेरे में अचानक हिमखंड टूटने से जलस्तर बढ़ गया। इससे पहले की छात्र और शिक्षिका तेज जलस्तर की चपेट में आ जाते, शिक्षिका जया चौधरी ने खुद की जान की परवाह न कर सभी छात्रों को गदेरे के तेज जलस्तर से बचा लिया। इसके बाद शिक्षिका ने छात्रों को सुरक्षित तरीके से घर तक पहुंचाया। इस घटना की जानकारी जैसे ही छात्रों ने अभिभावकों को दी तो उन्होंने शिक्षिका को अपने नौनिहालों के लिए भगवान बताया। शिक्षिका ने भी अभिभावकों से अपील की कि वह छात्रों को घर पर ही पढ़ाने की व्यवस्था चल रही है, ऐसे में जोखिम के साथ जबरन स्कूल न भेजें।
पढ़ाई की यह है व्यवस्था
सीमांत क्षेत्र में आनलाईन शिक्षा की व्यवस्था न होने के कारण आफलाईन पढ़ाई के निर्देश हैं। जिसके तहत नौनिहालों को वर्कसीट घर पर ही शिक्षिका को देनी है। यह दी भी जा रही है। लेकिन अविभावकों द्वारा बच्चों को विद्यालय भेजा गया।इस मामले में शिक्षा अधिकारी का कहना है कि कोरोना गाईडलाईन के तहत आफलाईन वर्क सीट प्रतिदिन देकर उन्हें स्कूल टाईम पर आंसर सीट चेक भी किया जाना है।
काम का पहले भी मिला इनाम
शिक्षिका जया चौधरी को पहले भी अच्छे काम के लिए इनाम मिला है। जया को वर्ष 2017 – 2018 में एमएचआरडी द्वारा स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय के लिए पुरस्कार दिया है। यह पुरस्कार डीएम स्वाति एस भदौरिया के हाथों मिला है। वहीं, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी बेहतर शिक्षण कार्य के लिए जया को उत्कृष्ट शिक्षा सम्मान से भी नवाजा था।
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