उत्तराखंड के सशक्त विकास को असली “लीडर” की जरूरत, इनसे लेनी चाहिए सीख….
-जनहित और विकासहित में कॉमरेड कमलाराम नौटियाल के आंदोलन बने लीडर की पहचान
-उत्तराखंड के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ महेश कुड़ियाल बोले कॉमरेड नौटियाल रहे असल लीडर
-डा मधु थपलियाल की पुस्तक “लीडर” का विमोचन, कोरोना काल में सच्ची लीडरशिप पर चर्चा
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड को बने 20 साल के बाद भी असल लीडर की कमी खल रही है। यहां ऐसा लीडर चाहिए जो राज्य के सर्वांगीण विकास का खाका खींचते हुए धरातल पर अमलीजामा पहनाए। लेकिन राज्य बनने से पहले स्व कॉमरेड कमलाराम नौटियाल ने जो जनहित और विकासहित के आंदोलन चलाये, वह आज भी असल “लीडर” की छवि छोड़ गए। ऐसे में उनके आंदोलनों और समाजहित में किए गए कार्यों से आज के लीडरों को सीख लेनी चाहिए।
देहरादून में आयोजित “लीडर” पुस्तक के विमोचन पर उक्त बातें बतौर मुख्यातिथि प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डॉ महेश कुड़ियाल ने कही। उन्होंने कॉमरेड कमलाराम नौटियाल की बेटी और पीजी कॉलेज रायपुर में प्रोफेसर डॉ मधु थपलियाल द्वारा कोरोना काल में लिखी गई “लीडर” पुस्तक को लेकर कहा कि वास्तव में आज उत्तराखंड जैसे समृद्ध राज्य में असल “लीडर” की कमी महसूस हो रही है। 20 साल पहले जिस राज्य का सपना देखा था, वह दिन प्रतिदिन बदहाल स्थिति में जा रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण हमारे बीच लीडरशिप की कमी। कहा कि हम चाहे राज्य के विकास की बात कहें या फिर किसी व्यक्तिगत क्षेत्र की। सबके लिए अच्छा लीडर होना जरूरी है। बिना लीडरशिप के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना संभव नहीं है। उन्होंने आज के परिपेक्ष्य में कहा कि जनसंघर्षों से लीडर बने कॉमरेड कमलाराम नौटियाल जैसे “लीडर” से आज सीखने की जरूरत है। ताकि सशक्त समाज का निर्माण हो सके।
नकली और महंगी दवा बेचने वालों पर हो कार्रवाई
उत्तराखंड के वरिष्ट न्यूरो सर्जन डा महेश कुड़ियाल ने कहा कि नकली दवाइयां बेचने वालों तथा मनुष्य की जान को बचाने वाली दवाइयों को अत्यधिक मूल्यों पर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कोरोना काल मे ऐसे लोगों ने पूरी व्यवस्था को खराब किया है। ऐसे में लीडरशिप से गलत काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।
लोकार्पण में ये रहे मौजूद
डॉ मधु थपलियाल द्वारा लिखित “लीडर” पुस्तक के विमोचन के मौके पर डा कुड़ियाल के अलावा अनूप नौटियाल, सुधीर नौटियाल निदेशक उद्योग विभाग, डा शिव प्रसाद कुड़ियाल वरिष्ट रेडियोलोजिस्ट, डा मधुर उनियाल हेड ट्रामा सर्जरी एम्स ऋषिकेश, डा मधु थपलियाल, कमला नौटियाल आदि मौजूद रहे।
चिकित्सा क्षेत्र में एक अच्छा डॉक्टर भी लीडर
एम्स के वरिष्ठ डा मधुर उनियाल ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में भी एक अच्छे डॉक्टर को एक अच्छा लीडर कहा जा सकता है।डा शिव प्रसाद कुुुड़ियाल ने कहा कि डा मधु थपलियाल ने का० कमला राम नौटियाल के नेतृत्व गुणों पर लीडर पुस्तक समाज के सामने रख कर समाज के सामने एक आदर्श स्थापित किया है।उन्होंने अपने बचपन के संस्मरण साझा करते हुए कहा कि उनके जैसा शेर नेता उन्होंने नहीं देखा। वरिष्ट पत्रकार जय सिंह रावत ने कमला राम नौटियाल के जीवन के बहुत सारे संस्मरण सबके सामने रखे और कहा कि वो एक ऐसे नेता थे जिन्होंने कभी पद का लालच नहीं किया। हमेशा जनता के हितों के आन्दोलन लड़े। एक बार तो वो जज के खिलाफ ही धरने पर बैठ गए। जौनसारी साहित्यकार सुनीता चौहान ने डा मधु थपलियाल द्वारा लिखी पुस्तक लीडर की समीक्षा अपने शब्दों में बताया कि किस तरह तिलोथ गोली काण्ड में उन्होंने सर पर डंडे खाते हुए जनहित के लिए अपने जान भी खतरे में रख दी थी। उन्होंने कहा कि आज हम फिर से ऐसे नेता को ढून्ढ रहे हैं। उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध गायिका लिली भट्ट ने तेरी मिटटी में मिल जवाँ गाकर सबका दिल मोह लिया।
कोरोना काल में चरमराई व्यवस्था से लिखी “लीडर”
लीडर पुस्तक की लेखिका डा मधु थपलियाल ने कहा कि कोरोना काल 2020 से अब तक जिस तरह से व्यवस्थाएं पटरी से उतर गई, उससे लीडर की कमी महसूस हुई। आम लोगों को किस तरह से उत्पीड़न, अव्यवस्था झेलनी पड़ी। इससे भी हमारे लीडरशिप की कमी नज़र आई। उन्होंने कहा कि उनके पिता स्व कॉमरेड कमलाराम नौटियाल ने जनता के लिए जो जनसंघर्ष किये, वह आज की लीडरशिप में कहीं भी नज़र नहीं है। उस दौर में जब टेक्नोलॉजी, संचार, जागरूक की कमी थी, जनसंघर्ष कर जनहित को सर्वोपरि रखा। आज तो लीडरशिप सही तो व्यवस्था ठीक करने में वक्त नहीं लगता। आज ऐसे लीडर की कमी उन्हें खली और उन्होंने इस पुस्तक का नाम लीडर रखा। उन्होंने उनके जीवन से जुड़े संस्मरण सबके सामने रखे। कहा कि हर व्यक्ति के अन्दर एक लीडर होता है।