दारोगा को विधायक का चालान करना पड़ा भारी, एसएसपी ने मसूरी से कालसी किया तबादला

वैली समाचार, देहरादून।

उत्तराखंड में भी पुलिस की गजब कार्रवाई देखने को मिलती है। जहां आम लोगों का बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग में जमकर चालान की कार्रवाई की जा रही है। वहीं एक विधायक का मसूरी में मास्क न पहनने पर चालान करने वाले दारोगा का ट्रांसपर कर दिया है। सोशल मीडिया में इस कार्रवाई को लेकर तरह तरह की चर्चाएं चल रही है।

जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले मसूरी में भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा का मास्क नहीं पहनने पर दारोग नीरज कठैत द्वारा चालान काटा गया था। बुधवार को एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने दारोगा नीरज कठैत का तबादला कालसी थाने में करने का आदेश जारी किए। एसएसपी ने कहा कि यह रूटीन प्रक्रिया के तहत तबादले किए गए हैं। तबादला आदेश जारी होने के बाद से सोशल मीडिया पर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ज्यादातर लोगों का कहना है कि दारोगा का ट्रांसफर नहीं करना चाहिए था। जब पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग और बिना मास्क घूमने वालों का अभियान चलाकर चालान कर रही तो, फिर दारोगा ने यदि नियमानुसार विधायक का चालान किया तो तबादला नहीं किया जाना चाहिए। कानून सबके लिए एक  सामान है ।

 

विधायक बोले सभी ने पहना था मास्क

हालांकि मामले को लेकर यह बात भी सामने आई है कि विधायक पूरे परिवार के साथ था और मास्क पहनने का दावा किया गया। वीडियो में विधायक और परिवार के सभी सदस्य मास्क पहने हुए नज़र भी आ रहे हैं। यही नहीं विधायक प्रदीप बत्रा ने भी कहा कि दारोगा ने जब अव्यवहारिक तरीके से रोका तो उन्होंने अपना परिचय भी दिया। लेकिन दारोगा का व्यवहार अच्छा नहीं था।

 

वीडियो वॉयरल करना और बाईट देना पड़ा भारी

सूत्रों का कहना कि घटना के बाद जब दारोगा को असली विधायक होने की जानकारी पता चली तो, मीडिया में बयान जारी कर दिया। दारोगा को विवादित मामले में मीडिया में बयान देने का अधिकार नहीं है। इसके अलावा विधायक को लेकर बयान में जो टिप्पणी की गई, वह कतई ठीक नहीं है। इसके अलावा दारोगा पिछले तीन साल से मसूरी में तैनात था, इस वजह से भी ट्रांसफर किया गया।

 

चार दिन पहले किया था विधायक चालान

मसूरी थाने में तैनात दारोगा ने चार दिन पहले रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा का माल रोड पर चालान काटा था। दारोगा का कहना था कि उसने रूटीन प्रक्रिया में मास्क नहीं पहनने वालों का चालान काटा था। विधायक ने मौके पर तो चालान की रकम दे दी। लेकिन गत दिवस रुड़की में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उनका चालान गलत किया है, पुलिस को उनका चालान निरस्त कर रकम उनकी रकम लौटानी चाहिए। इसके बाद तो सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई।

 

सोशल मीडिया में वॉयरल हुआ वीडियो

मसूरी में विधायक का चालान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। हालांकि इस वीडियो को काटकर आधा ही वायरल किया गया था। वीडियो में जिस तरह से पुलिस दारोगा के मुंह पर चालान की रकम फेंकी जा रही है, उसे लेकर सोशल मीडिया में रकम फेंकने वाले पर लोग खूब गुस्से का इजहार कर रहे हैं। हालांकि हम यह दावा नहीं करते कि यह वीडियो विधायक का है या किसी अन्य का है। यह जांच का विषय है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *