देहरादून से दिल्ली जाने लगेगा सिर्फ ढाई घंटे, 180 किमी के हाईवे पर काम शुरू
वैली समाचार, देहरादून।
सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आप देहरादून से दिल्ली महज ढाई घंटे में पहुंच जाएंगे। भारतीय वन्यजीव बोर्ड ने देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे परियोजना (Delhi-Dehradun Expressway) को हरी झंडी दे दी है। 180 किलोमीटर के इस एक्सप्रेस के बनने से देहरादून से दिल्ली ज्यादा दूर नहीं रह जाएगी। यह एक्सप्रेसवे दून से सहारनपुर, शामली, बागपत होते हुए दिल्ली से जुड़ेगा।
गौरतलब है कि, वैसे तो देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे के लिए प्रशासन ने पिछले साल जनवरी में मंजूरी दी थी। उस समय नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के तत्कालीन चेयरमैन एसएस संधू ने कहा था कि यह एलिवेटिड रोड होगा। इसमें कुछ हिस्सा राजाजी पार्क और कुछ हिस्सा उत्तर प्रदेश के वन क्षेत्र का है। इसीके मद्देनजर NHAI ने सरकार से भारतीय वन्यजीव बोर्ड से सहमति लेने का आग्रह किया था।
सुरंग का भी किया जाएगा निर्माण
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने बताया कि हाल ही में भारतीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दे दी गई है। इस परियोजना के तहत देहरादून के निकट डाटकाली मंदिर के पास राज्य की सीमा पर सुरंग का निर्माण भी किया जाना है।
साल के जंगल को होगा नुकसान
दरअसल, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में उत्तर प्रदेश के गणेशपुर से लेकर देहरादून के बीच करीब 20 किलोमीटर के हिस्से में वन्यजीव बोर्ड की सहमति की जरूरत थी। यह हिस्सा राजाजी टाईगर रिजर्व पार्क और शिवालिक एलिफेंट रिजर्व पार्क का है. इसमें साल का जंगल भी है और करीब 2 हजार साल के पेड़ों के कटने का अनुमान भी लगाया जा रहा है।
पर्यावरणविदों को हो रही चिंता
शिवालिक क्षेत्र में साल के पेड़ों के कटने को लेकर ही पर्यावरणविद चिंता भी जाहिर कर रहे हैं. इनका कहना है कि साल का पेड़ वृद्धि में लंबा समय लेता है. वन विभाग के मुताबिक भारतीय वन्यजीव बोर्ड ने न्यूनतम नुकसान के आधार पर यह मंजूरी दी है. एक्सप्रेसवे को दिल्ली और देहरादून की कनेक्टिविटी के लिहाज से प्रदेश सरकार महत्वपूर्ण मान रही है. इस मामले को लेकर उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह ने कहा- एक्सप्रेसवे से दिल्ली और देहरादून के बीच की सड़क मार्ग से आवागमन आसान होगा, यह प्रदेश के लिए वरदान साबित होगा. पर्यावरण के नुकसान को कम से कम करने का प्रयास किया जा रहा है और इस पर नजर भी रखी जाएगी।