उत्तराखंड की राजनीति को लेकर कर्नल अजय कोठियाल का बड़ा फैसला, पढ़िए पूरी खबर…..
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड को केदारनाथ त्रासदी से उभारने में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल अजय कोठियाल जल्द उत्तराखंड की राजनीति को लेकर बड़ा फैसला लेंगे। आज कर्नल कोठियाल ने सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर कर स्पष्ट संकेत दे दिए हैं। उन्होंने पोस्ट में कहा कि वह उत्तराखंड की राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारी लेने का फैसला ले लिया है। जल्द अपनी रणनीति को सार्वजनिक करेंगे।
उत्तराखंड में 2013 की आपदा ने केदारनाथ धाम को बुरी तरह से तहस नहस किया है। इसके बाद धाम में जाने के रास्ते तक नहीं थे। यही कारण है कि सभी सरकारी एजेंसियों ने उस दौरान केदारनाथ धाम को आपदा से उभारने में हाथ खड़े कर दिए थे। लेकिन बतौर एनआईएम के प्रिंसिपल कर्नल अजय कोठियाल ने यहां अपनी टीम के साथ जान जोखिम में डालकर पैदल रास्तों का सर्वे कर आपदा के बाद सबसे पहले पैदल पहुंचने वालों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके बाद तत्कालीन सरकार ने एनआईएम को केदारनाथ को संवारने की जिम्मेदारी सौंपी। कर्नल अजय कोठियाल की टीम ने न केवल बहुत कम समय में केदारनाथ धाम को उभारने में नजीर पेश की बल्कि यहां आपदा से तहस तहस व्यवस्था को पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाई। इसकी देश और विदेश तक खूब तारीफ हुई। कर्नल कोठियाल की टीम के काम को देखने स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य के मुख्यमंत्री समेत अन्य धाम में पहुंचे और खूब तारीफ की। इसके बाद केदारनाथ धाम की मॉनिटरिंग स्वयं प्रधानमंत्री ने अपने हाथों में ले ली। आज केदारनाथ धाम पूरी तरह से सज संवर गया है। इसके बाद अब भारत सरकार ने कर्नल कोठियाल के केदारनाथ धाम के काम को नजीर मानते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा बर्मा/म्यामांर में अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी सौंपी है। अब यह प्रोजेक्ट भी लगभग पूरा हो गया है। ऐसे में कर्नल अजय कोठियाल ने उत्तराखंड के लिए कुछ नया करने के जिम्मेदारी बतौर राजनीतिक और सामाजिक लेने का निर्णय लिया है। आज उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर इसकी विधिवत घोषणा कर दी है। जल्द वह किसी राजनीतिक पार्टी का दामन थामकर उत्तराखंड के लिए अपनी कार्ययोजना की जानकारी दे सकते हैं। कर्नल कोठियाल ने फेसबुक पेज पर कुछ इस अंदाज में अपनी बात रखी है……..
नमस्कार….
एक बहुत Important, Strategic , International Project में अपनी जिम्मेदारी पूरी कर के हम बर्मा / म्यांमार से वापस आ गये हैं……
कुछ दिनों से समझ नहीं आ रहा था की अब हम को क्या करना चाहिए ।
आज अचानक हमको Nehru Colony , देहरादून में स्थित ” Cafe Lychee Tree” में कोटद्वार का रहने वाला 23 साल का युवक किशोर रौतेला मिला । किशोर जन्म से अपाहिज है कि दोनों टांगों में बिल्कुल strength नहीं है । यह बगैर बैसाखी के थोड़ा भी नहीं चल सकता है । बचपन से ही उसने अपने को कभी अपाहिज नहीं समझा । ना ही इसने अपने उम्र के लड़के लड़कियों लड़कियों से अपने को कमजोर दिखने दिया । Graduation करने के बाद इसने 23 साल की उम्र में इस रेस्टोरेंट में Cashier की नौकरी शुरू की । इसके हर काम में जोश दिखता है । इसने आज हमसे यह बात बोली कि उत्तराखंड की जनता हम से क्या उम्मीद करती है । इसके सवाल और जज्बे से प्रेरित होकर हमने आज उत्तराखंड के भले के लिए एक बड़ा फैसला (सामाजिक / राजनैतिक ) लेने का निश्चय किया है । बहुत जल्दी हम आप सभी के साथ अपना सोचा समझा फैसला share करेंगे । हम को प्रेरित करने के लिए “भुला किशोर रौतेला” का बहुत-बहुत
धन्यवाद ।
जय हिंद…..