दून में राज्यपाल और श्रीनगर में एसएसपी के हाथों मिला महिलाओं को काम का इनाम
–राजभवन में कोरोना काल में फ्रंटलाइन पर काम करने वाली 51 महिलाएं सम्मानित
-एसएसपी पौड़ी बोली , उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं से सीख लेने की जरूरत
वैली समाचार, श्रीनगर/देहरादून।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन में कोविड-19 महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। वहीं श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित एक कार्यक्रम में एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी ने समाज मे उत्कृष्ट कार्य करनी वाली महिलाओं को सम्मानित किया।
राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में जनपद देहरादून एवं हरिद्वार की 51 फ्रन्टलाइन महिला कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली फ्रन्टलाइन महिला कोरोना वारियर्स में पुलिस विभाग, स्वयं सहायता समूहों, नगर निगम की सफाई कर्मी, सामाजिक संगठनों की प्रतिनिधि, स्वास्थ्य कर्मी सम्मिलित थीं। नगर निगम देहरादून, हरिद्वार, रूड़की से 14 पर्यावरण मित्र, स्वास्थ्य विभाग से 11 स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस विभाग से 10 महिला कांस्टेबल एवं स्वयं सहायता समूहों से 16 महिलाओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल मौर्य ने कहा कि कोराना काल में फ्रन्टलाइन वर्कर्स में एक बड़ा हिस्सा महिलाओं का था। महिला स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सों, महिला सफाई कर्मियों, आशा कार्यकत्रियों, महिला पुलिस कर्मियों ने इस सकंटमय काल में पूरी संवेदशीलता के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह फ्रन्टलाइन महिला वर्कर्स हमारे समाज की नींव हैं।
इस अवसर पर कोराना काल के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुये नागरिक पुलिस की महिला कॉन्सटेबल राखी रावत ने बताया कि कोरोना काल में पुलिस कर्मियों द्वारा लॉकडाउन में फंसे लोगों की पूरी संवेदनशीलता से मदद की गई। नगर निगम रूड़की में कार्यरत पर्यावरण मित्र रानी ने बताया कि कोरोना काल में सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ गई। सफाई कर्मियों को विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुये अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ी। इस अवसर पर सचिव राज्यपाल बृजेश कुमार सन्त, अपर सचिव जितेन्द्र कुमार सोनकर, विधि परामर्शी कहकशां खान एवं महिला फ्रन्टलाइन वर्कर्स उपस्थित थे।
समाज की मार्गदर्शक और प्रेरणा की स्रोत हैं नारी : भगत
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि महिला समाज की मार्ग दर्शक और प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि महिलाओंं के बिना समाज की उन्नति की कल्पना नहीं की जा सकती है। भगत ने कहा कि नारी को शास्त्रों मे देवतुल्य माना गया है। नारी सम्मान को लेकर शास्त्रों और पुराणों में भी उल्लेख मिलता है कि जहां नारियो की पूजा होती है वहां देवताओ का वास होता है। महिलाओ के बेहतर भविष्य के लिए उनका वर्तमान को संवारने के लिए बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा, समृद्वि और सशक्तिकरण के लिए प्रभावी कदम उठाने होगे। उत्तराखंड सरकार महिलाओंं की स्थिति में सुधार के लिए कई योजनाओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में सहखातेदार का अधिकार दिया है। इससे महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बैंक से लोन मिल सकेगा और वह आत्म निर्भर हो सकेंगी। महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को समान अधिकार और अवसर देने होंगे। महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रूपये तक का ऋण बिना ब्याज के सरकार दे रही है।
श्रीनगर में एसएसपी ने इन महिलाओं को किया सम्मानित
भारतीय युवा मोर्चा की ओर से श्रीनगर में अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सम्मान प्राग्रोम आयोजित किया गया। इस मौके पर पौड़ी एसएसपी पी.रेणुका देवी ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले महिलाओं से अन्य महिलाओं को भी सीख लेने की जरूरत है। कहा कि महिलाओं के उत्थान में आज कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है, उसका लाभ महिलाओं को लेना चाहिए। कहा कि कानूनी जानकारियों से भी महिलाओं को समय-समय पर लेनी चाहिए। इस मौके पर शिक्षिका लता तिवारी पांडेय, सुष्मिता बिष्ट, अंजना रावतगणेश भंडारी, नंदा चमोली, संगीता फरासी,डॉ. रूपल का सम्मान किया गया। भाजयुमो प्रदेश मंत्री डॉ. सुधीर जोशी, उपाध्यक्ष भाजयुमो अर्जुन कृष्ण गैरोला, अनुराग चमोली, मंडल अध्यक्ष आशीष उनियाल, सोनू चमोली, अनुज, सौरभ, अनुसूया पटवाल, पूजा गौतम, अंजना डोभाल, भवानी रावत, मुन्नी पांडेय, अरूणा राणा ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी महिलाओं का आभार प्रकट किया। इस मौके श्रीनगर कोतवाल हरिओम सिंह चौहान समेत अन्य मौजूद रहे।