डीजीपी की बड़ी कार्रवाई, हरिद्वार एसओजी प्रभारी जिला बदर, थाने के खिलाफ बिठाई जांच
-एसटीएफ की कार्रवाई के बाद जेल में बंद बदमाशों की निगरानी में सामने आई थी बड़ी खामी
-डीजीपी ने गढ़वाल रेंज के डीआईजी को दिए निर्देश, जिम्मेदारों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
वैली समाचार, देहरादून।
हरिद्वार जेल में मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित गतिविधियों में संलिप्त बदमाशों की निगरानी में लापरवाही एसओजी प्रभारी को भारी पड़ गई। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद डीजीपी ने एसओजी प्रभारी को हटाते हुए हरिद्वार से दुर्गम जनपद में भेजने के निर्देश दिए हैं। साथ ही स्थानीय थाने की भूमिका की जांच के निर्देश डीआईजी गढ़वाल रेंज को दिए गए। थाने में लापरवाही के लिए जिम्मेदार को भी दुर्गम जनपद में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए।
राज्य के पुलिस महानिदेशक लापरवाह एवं गैरजिम्मेदाराना पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। कानून का पालन कराने में लापरवाही बरतने वाले कई इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही पर गाज गिर चुकी है। सोमवार को डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार के कारागारों में निरूद्ध कुख्यात बन्दियों की नियमित निगरानी में घोर लापरवाही बरतने के सम्बन्ध में प्रभारी एसओजी/सीआईयू को जनपद हरिद्वार से दूरस्थ जनपद को स्थानान्तरित किये जाने हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र को निर्देशित किया है। साथ ही हरिद्वार में हुई पूर्व घटनाओं के दृष्टिगत स्थानीय थाने की पुलिस द्वारा कारागार में निरूद्ध कुख्यात बन्दियों की नियमित निगरानी कर सतर्क दृष्टि रखे जाने में घोर लापरपवाही बरतने में स्थानीय पुलिस की जांच करके दोषी पुलिस कार्मिकों को जनपद हरिद्वार से दूरस्थ जनपद स्थानान्तरित करने हेतु भी निर्देशित किया है। उक्त घटना में लापरवाही के सम्बन्ध में महानिरीक्षक, कारागार से जांच करवाकर दोषी कारागार अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने तथा उनको जनपद हरिद्वार से दूरस्थ जनपदों के कारागारों में स्थानान्तरित किये जाने की अपेक्षा की गयी है। उल्लेखनीय है कि 10 जनवरी, 2021 को एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा जिला कारागार, हरिद्वार में निरूद्ध कुख्यात बन्दी इंतजार उर्फ भूरा द्वारा मोबाइल फोन का प्रयोग करके हरियाणा निवासी बन्दी के परिवार से व्हाट्सएप के माध्यम से रंगदारी मांगे जाने के प्रयास में उक्त कुख्यात के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।