जज बनकर उत्तरकाशी के “संतोष पश्चिमी” बने युवाओं के लिए मिसाल, दो नौकरी के बाद ऐसी मिली मंजिल

वैली समाचार, उत्तरकाशी।

जनपद के खांड(कोटबंगला) गांव के संतोष पश्चिमी ने पीसीएसजे की परीक्षा पास कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। साधारण परिवार में जन्मे संतोष ने 31 साल की उम्र में तीन टॉप की परीक्षा पास कर नौकरी की राह देख रहे युवाओं के लिए मिसाल कायम की है।

पीसीएसजे की परीक्षा पास करने के बाद सिविल जज बनकर संतोष पश्चिमी ने अपनी मंजिल हासिल कर ली है। अब वह तीसरी नौकरी के रूप में सिविल जज की भूमिका निभाएंगे। संतोष पश्चिमी ने 31 साल की उम्र में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में 6 बार इंटरव्यू देकर 3 बार सफलता पाई है। संतोष पश्चिमी ने पहली नौकरी ‘अभियोजन अधिकारी’ की प्राप्त की, दूसरी लॉ कॉलेज गोपेश्वर में असिस्टेंट प्रोफेसर की और अब तीसरी नौकरी के रूप में पीसीएसजे से “सिविल जज” के पद तक पहुंच गए हैं। लगातार मेहनत कर पश्चिमी ने ये साबित कर दिया कि कठिन मेहनत ऊँची से ऊंची मंजिलो की दूरी आसान कर देती है।

चार बहिनों का इकलौता भाई

उत्तरकाशी नगर पालिका क्षेत्र से लगे खाण्ड के निवासी संतोष पश्चिमी का जन्म साधारण परिवार में हुआ है। चार बहिनों के इकलौते भाई और बेहद साधारण परिवार में जन्मे संतोष पश्चिमी ने 12वी की परीक्षा राजकीय कीर्ति इण्टर कालेज उत्तरकाशी से पास की। बीएससी डीएवी देहरादून से और वकालत लखनऊ से पास की है। अपनी शिक्षा दीक्षा के तुरंत बाद इन्होंने सबसे पहले अभियोजन अधिकारी पद पर तैनाती ली। उसके बाद यूजीसी नेट परीक्षा पास कर वर्तमान समय में लॉ कालेज गोपेश्वर में अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्य कर रहे थे। अब पीसीएस जे परीक्षा पास कर जज बन गए हैं।

 

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