देश का सबसे लंबा मोटरेबल झूला पुल टिहरी-उत्तरकाशी को समर्पित, पर्यटन को मिलेगी दुनिया में नई पहचान
-440 लम्बे मोटरेबल पुल पर 300 करोड़ हुए खर्च, 100 से ज्यादा गांव को फायदा
-मुख्यमंत्री बोले, भाजपा सरकार की यह सबसे बड़ी उपलब्धि, विकास का द्वार खुला
वैली समाचार, टिहरी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज देश के सबसे लंबे मोटरेबल डोबरा चांठी झूला पुल का उद्घाटन किया। कहा कि यह विकास का बड़ा द्वार है। भविष्य में यह स्थान पर्यटन के क्षेत्र में देश-दुनिया में जाना जाएगा। देश का सबसे लंबा मोटरेबल डोबराचांठी झूला पुल 100 से ज्यादा गांवों को जोड़ने का कार्य करेगा। यह स्थान पुरानी टिहरी की कमी दूर करने का काम भी करेगा और आपसी भाईचारा संस्कृति भी जिंदा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों की तकलीफ समझते हुए हमारी सरकार ने इस देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी मोटरेबल झूला पुल को अपनी प्राथमिकताओं में रखा और 440 मीटर लंबे इस पुल के निर्माण में आ रही धन की कमी को दूर करते हुए एकमुश्त 88 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। डोबरा चांठी झूला पुल बनने के बाद करीब ढाई लाख की आबादी की मुश्किलें कम हो जाएंगी। प्रतापनगर का पांच घंटे का सफर अब मात्र डेढ़ घंटे में हो जाएगा। जनता कम समय में जिला मुख्यालय आ जा सकेगी।
तीन करोड़ हुए खर्च
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर टिहरी में बहुप्रतीक्षित डोबरा-चांठी पुल का लोकार्पण कर टिहरीवासियों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि 295.92 करोड़ लागत के 725 मी लम्बे इस भारी वाहन झूला पुल की क्षेत्रवासी पिछले 14 वर्षों से इंतजार में थे। पुल पर आवाजाही शुरू होने से अब आवागमन सुविधाजनक होने के साथ ही समय की बचत होगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 4 अरब 73 करोड़ 8 लाख 56 हजार की विभिन्न 60 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया। इसे में 3 अरब 7 करोड़ 83 लाख लागत की 30 योजनाओं का लोकार्पण तथा 1 अरब 2 करोड़ 25 लाख की 30 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री ने राजकीय इंटर कालेज मजफ के प्रान्तीकरण की भी घोषणा की।
प्रतापनगर की जनता का देशहित में बड़ा योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रताप नगर की जनता ने देशहित में बहुत बड़ा योगदान दिया है, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सिंचाई की उपलब्धता एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति संभव हो सकी है। उन्होंने प्रताप नगर की जनता से पुल निर्माण में देरी के लिए खेद व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार ने इस पुल के निर्माण में तेजी लाने के लिए एकमुश्त 88 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की, जिसके कारण पुल का निर्माण समय से पूरा हो पाया है। उन्होंने कहा कि आज प्रताप नगर की जनता के लिए विकास का दरवाजा खुल चुका है वहीं यह पुल क्षेत्रीय जनता एवं आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए खुशहाली एवं समृद्धि का स्रोत बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 42 किलोमीटर लंबी टिहरी झील पूरी दुनिया को आकर्षित करने की क्षमता रखती है। टिहरी झील साहसिक पर्यटन का भी केन्द्र बनेगी तथा इसके आस पास अनेक पर्यटन गतिविधियों की शुरूआत होगी। इससे पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलने के साथ ही आर्थिक समृद्धि की राह भी प्रशस्त होगी। डोबरा-चांठी पुल के बनने से यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, विधायक विजय सिंह पंवार, धन सिंह नेगी, शक्ति लाल शाह, राज्यमंत्री अब्बल सिंह बिष्ट, रोशन लाल सेमवाल, महावीर रांगड़, जिलाधिकारी इवा आशीष, विभिन्न ब्लाकों के ब्लाक प्रमुखों के साथ ही अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।