कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट छिपाने पर डॉक्टर पिता-पुत्र पर हत्या के प्रयास का मुकदमा

-हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट में पीजी में दाखिला के दौरान सामने आया मामला

-कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट के बावजूद डॉक्टर पिता-पुत्र ने छिपाई जानकारी

-दाखिले के बाद छुट्टी लेने पर बताई कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट, कॉलेज में हड़कंप

वैली समाचार, देहरादून। 

हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एचआईएमएस) जौलीग्रांट में पीजी काउंसलिंग में शामिल हुए डॉक्टर पिता-पुत्र पर हत्या का प्रयास(आईपीसी 307) और आपदा प्रबन्धन एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस का कहना है कि पिता पुत्र ने कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद जानकारी छिपाई है। मामला सामने आने से कॉलेज में काउंसलिंग में शामिल लोगों में हड़कंप मच गया। बताया गया कि दोनों दो दिन से काउंसलिंग में कई लोगों से मिले हैं। फ़िलहाल दोनों अपने घर वापस लौट गए हैं। पुलिस ने हरियाणा पुलिस को इसकी जानकारी दे दी है।

डोईवाला इंस्पेक्टर सूर्याभूषण नेगी ने बताया कि एचआईएमएस के प्राचार्य डा डीसी धस्माना ने जौलीग्रांट पुलिस चौकी में एक लिखित तहरीर दी कि 31 जुलाई को मेडिकल कालेज में नीट पीजी 2020-21 पाठ्यक्रमों में रिक्त रह गयी सीटों को भरने हेतु काउन्सलिंग की गयी थी। काउंसलिंग में डा अंकित जैन पुत्र डा सतीश जैन निवासी आकाश हास्पिटल नियर बस स्टैण्ड ऋषिनगर जिला हिसार हरियाणा ने हिस्सा लिया था। डा अंकित जैन सुबह 10:00 बजे अपने पिता के साथ मेडिकल कालेज में आ गया था, उसके बाद मेडिकल कालेज के कई स्टाफ के सदस्यों, कर्मचारियों व अन्य छात्र छात्राओं जो कि काउंसलिंग के लिये बाहर से आये हुए थे व उनके माता पिता से मिले। शाम के लगभग 6:15 बजे सम्पूर्ण प्रक्रिया होने के उपरान्त डा अंकित जैन के पिता डा सतीश जैन ने प्रधानाचार्य को बताया कि मेरे बेटे अंकित जैन की कोविड जांच की रिपोर्ट पाजिटिव आ चुकी है। डॉ जैन के मुताबिक उनका बेटा कोविड-19 से ग्रसित है तथा उनका भी कोविड टेस्ट सैम्पल के लिये जा रखा है। इसीलिए मेरा बेटा अभी पीजी पाठ्यक्रम की कक्षाओं सम्मिलित नहीं हो पायेगा। भले ही उसके प्रवेश की पूरी प्रक्रिया सम्पन्न हो गई है। इस द्वारा उनके द्वारा 15 दिन की छुट्टी की मांग की गई । डॉ अंकित जैन के द्वारा अपने को कोरोना पाजिटिव होते हुए भी जानबूझकर संस्थान को इस सम्बन्ध में नहीं बताया गया तथा जानकारी को छुपाया गया। जिससे कोरोना संक्रमण से अन्य की जान भी जा सकती है। पुलिस ने बताया कि डॉ अंकित जैन के पिता सतीश जैन के द्वारा भी जानकारी छिपा कर काउंसलिंग में प्रतिभाग किया गया, जिससे संस्थान में कार्यरत स्टाफ व अन्य अभ्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों के जीवन को इस संक्रमण बीमारी को छिपा कर दूसरे के जीवन को खतरे में डाला गया। इस सम्बंध में कोतवाली डोईवाला में धारा 188/269/270/307 आईपीसी व 51(बी) आपदा प्रबंधन एक्ट में  डा अंकित जैन व डा सतीश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों बिना बताए वापस हरियाणा चले गए हैं। जहां पुलिस ने स्थानिय थाना और प्रशासन को सूचना भेज दी है।

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