श्रीनगर के सूरज ने लॉक डाउन में बंद होटल की छत पर बनाया रोजगार का मॉडल

-रोजगार छीनने के बाद घर-गांव लौट रहे युवाओं के लिए पेश की अनूठी मिसाल

-होटल बंद होने के बाद कड़कनाथ मुर्गा पालन में जुटे सूरज घिल्डियाल

वैली समाचार, देहरादून। 

लॉक डाउन में रोजगार छीनने के बाद बेरोजगार हुए युवाओं के लिए श्रीनगर के सूरज घिल्डियाल ने मिसाल पेश की है। सूरज ने लॉक डाउन में बंद हुए होटल की छत पर ही मुर्गी पालन का ठोस मॉडल तैयार कर दिया। इससे न केवल सूरज बल्कि बेरोजगार हुए अन्य युवाओं को भी रोजगार मिल गया। अब देशभर से घर-गांव लौट रहे युवा भी सूरज से प्रेरित होकर कुछ ऐसा ही स्वरोजगार अपनाने की सोच रहे हैं।

कोरोना महामारी ने हर किसी की रोजी रोटी छी

न ली है। देशभर से हजारों युवा घर गांव लौट रहे हैं। ऐसे में आगे क्या काम करेंगे, कैसे जिंदगी चलेगी यह सवाल हर किसी के मन में चल रहा है। लेकिन श्रीनगर के सूरज घिल्डियाल ऐसे युवाओं के लिए उदाहरण बन गया है।

 

जनिए कौन है सूरज घिल्डियाल
 
सूरज घिल्डियाल श्रीनगर में एक होटल एवं रेस्टोरेंट चलाते हैं। जब लॉक डाउन हुआ तो इनको भी अपना अपना कारोबार बंद करना पड़ा। ऐसे में इनके यहां काम करने वाले कर्मचारियों के सामने भी रोजगार की समस्या पैदा हा गयी। जब सारे श्रीनगर के होटलों में काम करने वाले लोग अपने अपने घरों की पलायन करने लगे तो ऐसे में सूरज ने अपने कर्मचारियों को वेतन तो दिया ही साथ साथ इनको बेरोजगार होने से बचाने की मुहिम शुरू की। सूरज ने इस मुहिम के तहत अपने होटल की छत पर इन्होंने कर्मचारियों के साथ मिलकर मध्य प्रदेश में पायी जाने वाली मुर्गी की प्रजाति कडक नाथ का पालन शुरू किया। उन्होंने इस लाॅकडाउन के दौरान कई हजार के अडे व चिकन बेच दिया। सूरज का कहना है कि आने वाले दिनों में ये इसको अब पूर्ण व्यवसाय के रूप में शुरू करने जा रहे है। साथ ही साथ स्थानीय युवाओं को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में वे मुर्गी पालन को पहाड़ के कई जिलों में बड़े उद्योग के रूप में शुरू करने की योजना बना रहे है।

 

चाय की दुकान से शुरू किया काम

बर्ष 2000 में श्रीनगर में चाय की दुकान से अपना व्यवसाय शुरू करने वाले सूरज अब यहां के युवको के लिए प्रेरणा स्रोत बन गये है। चाय की दुकान के साथ ही सब्जी की दुकान करने के बाद सूरज ने यहां अपना रेस्टोरेंट शुरू किया और लगातार स्थानीय युवकों को रोजगार दे रहे हैं। सूरज घिल्डियाल का कहना है कि यदि कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो कुछ भी किया जा सकता है। सूरज कहते हैं कि आज यहां कई तरह के कारोबारों की संभावना है परन्तु करने के लिए युवओं को आगे आना होगा। सूरज आने वाले दिनों कडकनाथ मुर्गी पालन के व्यवसाय के साथ ही खरगोश पालन को भी बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। उनका कहना है कि पहाड़ के कई जिलों में शीघ्र ही वे इस तरह का कारोबार की शुरूआत करेंगे और इसके लिए उन्होंने पूरी कार्ययोजना बना दी है। सूरज घिल्डियाल पहाड़ के युवओं को स्व-रोजगाार के लिए लगातार पे्ररित कर रहे हैं।

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