उत्तरकाशी का युवक कोरोना पॉजिटिव, राज्य में संख्या पहुंची 68, गुजरात से बाइक से पहुंचे थे चार युवक, तीन की जांच बाकी

-डीएम बोले, रात 12 बजे एम्स से आई थी मेडिकल रिपोर्ट, मरीज आईशोलेशन में भर्ती

-07 मई को दो बाइक से उत्तरकाशी आये थे दो युवक, क्वारंटाइन में रखे थे

-अभी सिर्फ एक युवक का सेंम्पल भेजा था एम्स ऋषिकेश में जांच को

उत्तरकाशी। उत्तराखंड के ग्रीन जोन और बचाव की व्यवस्था में टॉप पर चल रहे उत्तरकाशी के लिए बुरी खबर है। गुजरात से आये चार युवकों में से एक कोरोना पॉजिटिव मिला है। डीएम उत्तरकाशी आशीष चौहान ने बताया कि पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद युवक को जिला अस्पताल के आईशोलेशन वॉर्ड में भर्ती किया गया है। बताया कि चारों युवक गुजरात से दो बाइक से पहुंचे थे। इनको प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटाइन किया था। अब तीन युवकों के सेंम्पल लेने बाद जांच को भेज दिए हैं। इनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। इधर, राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब 68 पहुंच गई। जबकि हाल ही में गांव लौट 6 प्रवासियों में कोरोना पॉजिटिव मिला है। इनमे 5 ऊधमसिंहनगर में पहले सामने आ चुके हैं।

शनिवार देर रात (करीब 12 बजे) एम्स ऋषिकेश से कोरोना के मेडिकल बुलेटिन में उत्तरकाशी के धनारी( डुंडा) के एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डीएम उत्तरकाशी ने आशीष चौहान ने बताया कि चार युवक 7 मई को दो बाइक से गुजरात से उत्तरकाशी आये थे। मेडिकल चेकअप के बाद चारों को क्वारंटाइन किया गया। तीन जीएमवीएन उत्तरकाशी और एक मनेरी में क्वारंटाइन किया गया। इनमे से एक युवक का सेंपल जांच को भेजा था। शनिवार एम्स ऋषिकेश से रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद युवक को जिला अस्पताल के आईशोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। युवक धनारी का रहने वाला है। इस युवक के साथ बाइक में आये तीनों की जांच अब जरूरी है। तीन को फिलहाल क्वारंटाइन में रखा गया है।

तो घर नहीं गए चारों युवक

गुजरात से आने के बाद चारों युवक अपने घर नहीं गया। यह दावा प्रशासन कर रहा है। जबकि सूत्रों का कहना है कि इनमें से कुछ युवकों ने सामन घर वालों के सुपुर्द किया। ऐसे में सामान के संपर्क में आये लोग भी कोरोना पॉजिटिव हो सकते या उन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है। हालांकि इसके लिए युवकों की ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है।

 

गुजरात से बस से आये पंडितों की नहीं हुई जांच

गुजरात से करीब 30 से ज्यादा पंडित सवा दो लाख में बस बुक कर ऋषिकेश पहुंचे थे। इनमें कुछ ऋषिकेश उतर गए थे, बाकी उत्तरकाशी और टिहरी चले गए। इनकी भी कोरोना की जांच नहीं हुई है। यदि इनको होम क्वारंटाइन में रखा गया तो खतरा बरकरार रहेगा। इनको संस्थाज्ञ क्वारंटाइन के साथ सैम्पल जांच को भेजने जरूरी है। अन्यथा यह लोग भी दूसरों के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं।

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