डीएम के दोहरे मापदंड पर भाजपा विधायक डॉ धन सिंह खफा, शासन से शिकायत कर ये लगाए आरोप
–-देहरादून से गई महिला बाबू को ब्लाक में अकेले किया संस्थागत क्वारंटाइन, सुरक्षा पर सवाल
-देहरादून से हर दिन आ रहे बीडीओ और अन्य कर्मचारियों को दी गई पूरी छूट
-डीएम के निर्णय को आपत्तिजनक बताया, महिला को कुछ हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार
वैली समाचार, देहरादून
टिहरी के भाजपा विधायक डॉ धन सिंह नेगी ने महिला बाबू को संस्थागत क्वारंटाइन कराने पर डीएम पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप लगाए हैं । इस सम्बंध में विधायक ने सचिव आपदा प्रबन्धन को पत्र लिखते हुए मामले में उचित कार्रवाई की मांग की गई है। विधायक ने पत्र में लिखा है कि जब स्वयं बीडीओ देहरादून और अन्य कर्मचारी ऋषिकेश से आवाजाही कर रहे तो अकेली महिला बाबू को क्यों क्वारंटाइन किया गया। विधायक का यह पत्र टिहरी से लेकर राजधानी तक चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
टिहरी के विधायक डॉ धन सिंह नेगी ने सचिव आपदा प्रबंधन को पत्र लिखा है कि 5 मई को वरिष्ठ सहायक नरेंद्रनगर आरती राणा ने देहरादून से आ कर ब्लाक दफ्तर में तैनाती दी। इस पर बीडीओ(ब्लाक डेवलपमेन्ट ऑफिसर) ने महिला बाबू को संस्थागत क्वारंटाइन ब्लाक में ही करने के आदेश दिए। इस पर महिला बाबू ने एक मात्र महिला होने तथा ब्लाक में सुरक्षा, खाने और दूसरी जरूरी व्यवस्था न होने पर टिहरी स्थित घर पर होम क्वारंटाइन का अनुरोध एसडीएम नरेंद्रनगर से किया। लेकिन महिला बाबू की नहीं सुनी गई। अब महिला बाबू को ब्लाक में अकेले क्वारंटाइन किया गया है।महिला जिस कमरे में क्वारंटाइन की गई, उसके दरवाजे, खिड़की तक मजबूत नहीं है। ऐसे में अकेला रहना महिला के लिए खतरे से खाली नहीं है। इस संबन्ध में डीएम का पक्ष जानने को कई बार फोन और मैसेज किया गया, लेकिन डीएम का फोन नहीं उठा। जब भी उनका पक्ष आएगा, प्रकाशित किया जाएगा।
डीएम ने ठुकराया विधायक का अनुरोध
इस सम्बंध में विधायक डॉ धन सिंह नेगी ने डीएम टिहरी वी षश्णुमुगम से वार्ता की गई। लेकिन डीएम ने प्रकरण का संज्ञान नहीं लिया। यही नहीं विधायक के अनुरोध को भी डीएम ने ठुकराते हुए टिहरी स्थित आवास पर क्वारंटाइन करने से साफ मना कर दिया। विधायक ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यदि ब्लाक में अकेली क्वारंटाइन की गई महिला के साथ कोई अनहोनी घटित हुई तो ज़िला प्रशासन जिम्मेदार माना जाएगा।
तो दून और ऋषिकेश से आ रहे कार्मिक
विधायक डॉ नेगी ने कहा कि ब्लाक में बीडीओ समेत अन्य कर्मचारी ऋषिकेश और देहरादून से आ जा रहे हैं। देहरादून पहले रेड और अब ऑरेंज ज़ोन में है। जबकि एम्स में 7 केस मिलने के बाद ऋषिकेश भी संवेदनशील है। बावजूद सभी पर एक नियम लागू नहीं हो रहे हैं। दोहरे नियम लागू होने पर विधायक खफा है।