डीआईजी बोले, पैसे लेते हो…तत्काल मुकदमा करो, सीओ सिटी और शहर कोतवाल को फटकारा

-घण्टाघर के पास नियम विरुद्ध बेकरी शॉप खुली मिलने पर जताई गहरी नाराजगी

-बोले, दुकान में न बोर्ड टांगा औऱ न सोशल डिस्टेंसिंग का करा रहे पालन

-सीओ सिटी को बोले सबसे खराब है सर्किल की स्थिति, नियमों का सख्ती से कराएं पालन

देहरादून। राजधानी में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का पालन न कराना सीओ सिटी और शहर कोतवाल को भारी पड़ गया। घण्टाघर के पास डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने जब एक बेकरी शॉप खुली देखी तो वह भड़क गए। दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर पुलिस अधिकारियों को सड़क पर ही फटकार लगा दी। इससे पहले की जिम्मेदार पुलिस अधिकारी सफाई देते डीआईजी ने दुकानदार के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे डाले। डीआईजी की इस कड़ी कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।

राजधानी में पुलिस की सख्ती के बावजूद शहर के कुछ दुकानदार लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं। गुरुवार को डीआईजी/एसएसपी देहरादून अरुण मोहन जोशी ने शहर का औचक निरीक्षण किया तो घण्टाघर के पास कुछ दुकानें खुली मिली। यहां नामी बेकरी खुली होने के बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई। इस पर डीआईजी जोशी ने सीओ सिटी शेखर सुयाल और शहर कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी को सड़क पर ही हड़काते हुए कहा कि पैसा लेते हो इससे…, पैसा बंधा है क्या..कहां है जागरूक करने वाले बोर्ड..सोशल डिस्टेंसिंग के गोले क्यों नहीं बनवाये। डीआईजी का गुस्सा देख पुलिस अधिकारी पसीने पसीने हो गए। जिम्मेदार अधिकारी एक दूसरे को देखते हुए डीआईजी से नज़र नहीं मिला पाए। डीआईजी ने सीओ सिटी को स्पष्ट कहा कि आपके सर्किल की स्थिति सबके खराब है। इसमें सुधार लाओ। डीआईजी ने शहर के कई अन्य क्षेत्रों का भी दौरा कर वहां व्यवस्था देखी। कुछ जगह खुली दुकानों और नियम का पालन और सख्ती से कराने के निर्देश दिए।

 

डीआईजी की कार्रवाई को सल्यूट

यूं तो कोरोना को लेकर देहरादून पुलिस फरवरी माह की शुरूआत से देशभर में चर्चाओं में है। लेकिन लॉक डाउन के बाद सबसे ज्यादा सख्ती, आम लोगों की मदद और सामाजिक पुलिसिंग देहरादून में देखने को मिल रही है। इसके बावजूद इसमें कोई कमी न रहे, डीआईजी जोशी खुद पल पल नज़र बनाये हुए हैं । गुरुवार को घण्टाघर की कार्रवाई जैसे ही सोशल मीडिया में वॉयरल हुई हर कोई डीआईजी की कार्रवाई की तारीफ करता दिखा। लोगों का कहना है कि डीआईजी सख्त न होते तो यहां कोरोना महामारी के बाद लोगों को काबू करना कठिन था। क्योंकि राजधानी में सबसे ज्यादा सिफारिश लोग और नियम तोड़ने वाले हैं।

अब बोर्ड भी लगा और गोले भी बने

डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने लॉक डाउन के बाद सभी सीओ, थानेदारों और चौकी इंचार्ज को अपने अपने क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दुकानों में बोर्ड टांगने और गोले बनाने के निर्देश दिए थे। कुछ इलाकों में इसका पालन भी हुआ।लेकिन घण्टाघर जैसे इलाके अनदेखी की गई। डीआईजी में फटकार लगाने के बाद दुकानदार में दुकान में बोर्ड भी लगा दिया और गोले भी बना दिए।

 

बेकरी वाले की हमेशा रही धौंश

घण्टाघर के पास बेकरी वाले की धौंश हमेशा रही है। शहर में जहां अधिकांश दुकाने 11 से 12 बजे बंद हो जाती तो यह दुकान रात दो दो बजे तक खुली रहती है। यहां रात को शराबी और शहरभर में हुड़दंग मचाने वाले जुटते हैं। अक्सर बेकरी वाला स्वयं की पकड़ ऊंची होने का दम भरता है।

 

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