उत्तराखंड में कोरोना से निपटने को साढ़े आठ हजार पीपीई कीट
-25 सौ आइसोलेशन और 15089 क्वारनटाइन बेड किये गए तैयार
-आज 110 की रिपोर्ट आई नेगिटिव, अब तक कोरोना के 31 पॉजिटिव केस
-डॉक्टरों, स्टाफ और मरीजों की सुरक्षा के लिए साढ़े छह लाख मास्क खरीदे गए
देहरादून। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने पर सरकार ने भी बीमारी से जंग जीतने की तैयारी तेज कर ली है। पीपीई कीट, मास्क से लेकर मरीजों के भर्ती करने और क्वारनटाइन करने आदि संसाधनों में इजाफा कर दिया है। इधर, मंगलवार को राज्य के लिए राहतभरी खबर यह रही कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है। लैब को भेजे गए 110 सैम्पल की जांच नेगिटिव आई है।
राज्य में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुये सरकार ने coviD-19 से बचाव एवं नियंत्रण को आवश्यक संसाधनों में भी बढ़ोतरी कर दी है। अपर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि राज्य में संदिग्ध COVID-19 संक्रमित के लिये 23 नये आईसोलेशन वार्ड और बनाये गये और अब कुल 1681 आइसोलेशन बेड तैयार कर दिये गये है जबकि 823 Isolation Bed विभिन्न अस्पतालों में पूर्व से ही तैयार किये गये है। पॉजिटिव केसो के बढ़ाने के कारण 45 नई क्वारनटाइन फैसिलिटी तैयार की गयी है जिनमें 1359 बैड दिये गये है, इस प्रकार 457 क्वारनटाइन फैसिलिटी में 15089 क्वारनटाइन बैड उपलब्ध कराये गये है। इसी तरह 2168 अतिरिक्त पी0पी0ई0 किट कय कर लिये गये है और अब उत्तराखण्ड के पास 8548 पी0पी0ई0 किट उपलब्ध हैं। चिकित्सकों के लिये 2001 एन-95 मास्क कय कर लिये गये हैं, जिसके उपरान्त 29999 एन–95 मास्क विभिन्न जिलों में उपलब्ध हैं। 3-लेयर मास्क की संख्या में भी वृद्धि की गयी है जिसके अन्तर्गत 54461 मास्क कय कर लिये गये है और अब COVID-19 संक्रमण से नियंत्रण के लिये 623338 ट्रिपल लियर मास्क उपलब्ध करा दिये गये हैं।
मेडिकल कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई
राज्य में COVID-19 संक्रमण से बचाव एवं नियत्रण के दौरान चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स की आवश्यकता हो रही है। अतिरिक्त मानव संसाधन को देखते हुये चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा अध्ययनरत् मेडिकल स्टूडेटस के लिये ऑनलाइन कक्षाओं को आज से आरम्भ कर दिया है। ताकि उनकी पढ़ाई समय पर पूर्ण हो सके। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें COVID-19 संक्रमण से नियंत्रण के लिये उपयोग में लिया जा सके। चिकित्सा शिक्षा निदेशक युगल किशोर पंत ने बताया कि यही सुविधा नर्सिंग प्रशिक्षण के छात्र-छात्राओं के लिये भी आरम्भ की जा रही है।
आशाओं को दी जिम्मेदारी
coviD-19 संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के दौरान घर-घर जाकर जागरूकता एवं कान्टैक्ट ट्रैसिंग के कार्य में लगी हयी आशा कार्यकत्रियों की सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुये मिशन निदेशक पंत ने बताया कि आशाओं को परिचय पत्र दिये गये है तथा सभी सी0एम0ओ0 को निर्देश दिये गये है कि वह आशाओं को मास्क उपलब्ध कराये तथा ग्राम स्वच्छता समिति के सदस्यों के साथ ही उन्हें कान्टैक्ट ट्रैसिंग के लिये भेजे ताकि आशाओं को किसी भी प्रकार की असुरक्षात्मक स्थिति का सामना न करना पड़े।
कोरोना से निपटने को दानवीरों ने मदद को बढ़ाये हाथ
कोविड-19 के दृष्टिगत नगर निगम देहरादून ने 40 लाख रुपए का चेक नगर निगम बोर्ड फंड से एवं 11लाख रुपए का चेक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के वेतन से मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिए हैं। यह चेक मेयर श्सुनील उनियाल गामा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा। इस अवसर पर नगर आयुक्त देहरादून विनय शंकर पांडे भी उपस्थित थे। इधर, भारतीय सेंसर बोर्ड के चेयरमैन एवं भारतीय सिनेमा के गीतकार प्रसून जोशी ने भी कोविड-19 के दृष्टिगत मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 10 लाख रुपए दिए हैं। इसके अलावा प्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव कार्यों मे सहयोग के लिये उत्तराखण्ड पीसीएस (कार्यकारी शाखा) एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने अपने 15 दिन के वेतन की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दी है। एसोसिएशन द्वारा कोरोना वायरस जो कि वैश्विक महामारी बन चुका है, से निपटने में राज्य सरकार को सहयोग के लिये यह निर्णय लिया गया। पीसीएस एसोसिएशन के सदस्यों ने अपने मार्च 2020 के वेतन में से 15 दिन के वेतन की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवाई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मेजर योगेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भेंट कर इस संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से लङाई जीतने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। हर व्यक्ति समाज, राज्य और देश के प्रति अपने दायित्व को समझकर किसी भी रूप में योगदान करे तो इससे सामूहिकता के भाव को बल मिलता है।