उत्तराखंड के नैनीताल में भीमताल हल्द्वानी मार्ग पर आमडाली के पास दर्दनाक हादसा, कहीं छत गिरी तो कहीं सीटें

हल्द्वानी डिपो की बस पिथौरागढ़ से बुधवार सुबह पांच बजे यात्रियों को लेकर हल्द्वानी के लिए रवाना हुई। दोपहर करीब एक बजे भीमताल पार करते ही आमडाली के पास मोड़ पर एक कार को बचाने के प्रयास में चालक नियंत्रण खो बैठा और बस पैरापिट को तोड़ते हुए 150 फुट गहरी खाई में गिर गई जिससे बस के परखचे उड़ गए और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास के क्षेत्रों के लोग और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने घायलों को रस्सी के सहारे सड़क तक पहुंचाया, लेकिन तब तक दंपति समेत चार लोगों की मौत हो चुकी थी।
हादसे में इनकी गई जान
खड़क सिंह (55) पुत्र जय सिंह, निवासी खेला धारचूला
गंगा धामी (48) पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला धारचूला
सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58) पुत्र ललित सिंह, निवासी टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
दक्ष पंत (6) पुत्र विनोद पंत, ग्राम सिमायल बेड़ीनाग हाल निवासी पिथौरागढ़
खड़क सिंह (55) पुत्र जय सिंह, निवासी खेला धारचूला
गंगा धामी (48) पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला धारचूला
सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58) पुत्र ललित सिंह, निवासी टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
दक्ष पंत (6) पुत्र विनोद पंत, ग्राम सिमायल बेड़ीनाग हाल निवासी पिथौरागढ़
मृतकों के परिजनों को मिलेगी 10-10 लाख की आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल में हुई बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि देने के निर्देश दिए। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। इस राशि में उत्तराखंड परिवहन निगम की ओर से पांच-पांच लाख, जबकि सड़क सुरक्षा निधि से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से तीन-तीन लाख रुपये मिलेंगे। गंभीर घायलों को तीन-तीन लाख और सामान्य घायलों को 15 से 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। सीएम ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल लोगों को आवश्यकता अनुसार हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए।
परिवहन निगम करेगा जांच
परिवहन निगम के प्रभारी प्रबंध निदेशक नरेंद्र जोशी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस की स्थिति का पता लगाया जाएगा। अगर बस के संचालन में नियमों के उल्लंघन की बात सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन निगम के प्रभारी प्रबंध निदेशक नरेंद्र जोशी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस की स्थिति का पता लगाया जाएगा। अगर बस के संचालन में नियमों के उल्लंघन की बात सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।