शिक्षक की हत्या के विरोध में प्रदर्शन, कॉपियां जांचने का काम रोका
वाराणसी : वाराणसी से बोर्ड परीक्षा की कापियां लेकर गए मुजफ्फरनगर गए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या उनकी सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी द्वारा किए जाने का विरोध वाराणसी में शुरू हो गया है।
मुजफ्फरनगर में शिक्षकों की मांग है कि हत्यारोपित पर रासुका लगे , पीड़ित परिवार को 10 करोड़ रुपये और परिवार के सदस्य को पीसीएस रैंक की नौकरी दी जाए। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो और भविष्य में शिक्षकों को ट्रक या कंटेनर में ड्यूटी पर नहीं भेजा जाए। शिक्षकों का कहना है कि सभी मांगों पर लिखित आश्वासन मिलने पर ही धरना प्रदर्शन समाप्त किया जाएगा। तब तक यूपी बोर्ड कॉपियों का मूल्यांकन भी नहीं करेंगे।
शिक्षक की हत्या के विरोध में मूल्यांकन का बहिष्कार
प्रयागराज : जिले के नौ मूल्यांकन केंद्रों पर यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कापियों का मूल्यांकन शनिवार से चल रहा है। सोमवार को शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया है। वे सभी बनारस के शिक्षक की गोली मारकर हत्या किए जाने से आंदोलित हैं।
शिक्षकों का कहना है कि बिना सुरक्षा के वे कार्य नहीं करेंगे। मारे गए शिक्षक के परिवार के लोगों के लिए भी मदद मांगी है। राजकीय शिक्षक संघ ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से न लिया गया तो मूल्यांकन नहीं करेंगे। प्रयागराज में जीआइसी, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज, केपी इंटर कालेज, क्रास्थवेट गर्ल्स इंटर कालेज, सीएवी, भारत स्काउट गाइड इंटर कालेज, अग्रसेन इंटर कालेज, कुलभास्कर इंटर कालेज और केसर विद्यापीठ इंटर मीडिएट कालेज में कुल 11 लाख कापियों को जांचा जाना है।
वहीं मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या के विरोध में सर्कुलर रोड पर चौधरी छोटूराम इंटर कॉलेज के सामने धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी करते शिक्षक। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शिक्षकों को समझाने में जुटे।