पीएमओ की फटकार के बाद चारधाम में अब पंजीकरण के बाद संख्या के आधार पर होंगे दर्शन

वैली समाचार, देहरादून। 

उत्तराखंड में कोरोना काल के बाद चारधाम में उमड़ी श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ को व्यवस्थित करने में सरकार की चिंता बढ़ गई है। पहले सरकार ने चारधाम के लिए जो संख्या तय की थी, उस पर मुख्यमंत्री ने गंगोत्री कपाट खुलने के दिन अनविज्ञता जताई थी। इस पर होटल एसोसिएशन और यात्रा से जुड़े लोगों ने राहत ली थी। लेकिन कुछ दिनों से केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए तथा 20 श्रद्धालुओं की मौत पर पीएमओ के संज्ञान पर सरकार ने आज 45 दिनों के लिए तीर्थ यात्रियों की संख्या तय कर दी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चार धाम यात्रा के लिये यात्रा सीजन के प्रथम 45 दिनों के लिये गंगोत्री, यमुनोत्री,  केदारनाथ एवं बद्रीनाथ में तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं को दर्शन करने की सुविधा के दृष्टिगत प्रतिदिन मंदिर / धामों में दर्शन के लिये आने वाले तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या में एक-एक हजार की वृद्धि की गई है। इस संबंध में पूर्व के शासनादेश में आंशिक संशोधन करते हुए नया शासनादेश जारी किया गया है। संशोधित शासनादेश के अनुसार चार धाम यात्रा के लिये यात्रा सीजन के प्रथम 45 दिनों के लिये तीर्थ यात्री/श्रद्धालुओं की प्रतिदिन दर्शन हेतु निर्धारित अधिकतम संख्या गंगोत्री में 8 हजार, यमुनोत्री में 5 हजार, केदारनाथ में 13 हजार एवं बद्रीनाथ में 16 हजार है। तीर्थ यात्रियों / श्रद्धालुओं को दर्शन करने की सुविधा के दृष्टिगत यह संख्या निर्धारित की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *