उत्तराखंड के पुलिस जवानों की 4600 ग्रेड-पे की मांग पूरी, मुख्यमंत्री धामी ने कई बड़ी घोषणा
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम ने कोरोना और आपदा में डयूटी निभाने वाले पुलिस जवानों और अधिकारियों की तारीफ की। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 2001 में भर्ती हुए पुलिस जवानों को 4600 ग्रेड पे का लाभ दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस के 03 वीर सपूत ने अपने प्राणों की आहुति दी है। ड्यूटी के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले ये पुलिसकर्मी हम सब के लिए प्रेरणा के श्रोत हैं। सम्पूर्ण भारतवासी अपने शहीद पुलिस कर्मियों को हार्दिक श्रद्धांजलि देते हुए आज नतमस्तक हैं। इस अवसर पर इन वीर शहीदों के परिजनों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदनायें व्यक्त करता हूँ। आज विश्व आतंकवाद और कोविड-19 महामारी की चुनौतियों से जूझ रहा है। हमें इन चुनौतियों का डट कर सामना करना है तथा इससे निपटने के लिए एक सुनियोजित रणनीति के तहत कार्यवाही की जा रही है। उत्तराखण्ड राज्य की अन्तर्राष्ट्रीय सीमायें नेपाल, चीन एवं अन्तर्राज्जीय सीमायें हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश से मिलती है। यह प्रदेश भौगोलिक एवं सामरिक महत्व के दृष्टिगत राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अत्यन्त संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण है। उत्तराखण्ड पुलिस के समक्ष कई चुनौतियॉ हैं, जिनमें बडे त्यौहार, चारधाम यात्रा, आपदा, भूस्खलन, कॉवड यात्रा आदि हैं। मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि उत्तराखण्ड पुलिस अपनी उपलब्ध जनशक्ति एवं संसाधनों से इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होगी। पुलिस कर्मी वर्दीधारी संगठन में होने के कारण अनुशासन में बंधे रहते हैं। कठोर एंव विपरीत परिस्थितियों में चुनौतीपूर्ण कार्याे का निवर्हन करते हैं। प्रदेश के विकास एवं शान्ति व्यवस्था/कानून व्यवस्था बनाये रखने में राज्य पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश शासन पुलिस कर्मियों को अपने दायित्यों का निर्वहन करने हेतु उनकी कल्याणकारी योजनाओं/सुविधाओं पर विशेष ध्यान रख रहा है।
उत्तराखण्ड पुलिस के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अपनी जान की परवाह भी न करते हुए कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में सराहनीय कार्य किया जा रहा है, जिसमें पुलिस के बहुत से अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 13 पुलिस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा कोविड-19 महामारी के नियंत्रण में किये जा रहे सराहनीय कार्य के दृष्टिगत पुलिस विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी से निरीक्षक स्तर तक के सभी कार्मिकों को रुपया 10,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के कल्याण हेतु निम्न घोषणाएं-
1- ईनामी अपराधियों को गिरफ्तारी हेतु पुरस्कार की धनराशि में वृद्धि की जायेगी।
2- शहीद पुलिस कर्मियों के नाम पर स्कूल/सड़क का नामकरण किया जायेगा।
3- पुलिस प्रशिक्षण केन्द्रों में अतिथि प्रशिक्षकों को उत्तराखण्ड प्रशासनिक अकादमी, नैनीताल के अनुरूप मानदेय में वृद्धि की जाएगी।
4- देहरादून में राज्य पुलिस संग्राहलय मेमोरियल की स्थापना की जाएगी।
5- वर्ष 2001 के भर्ती आरक्षियों को 4600 ग्रेड पे दिया जाएगा। बाकी प्रकरणों को केबिनेट उपसमिति एवं वेतन विसंगति समिति द्वारा देखा जाएगा।
पुलिस के 03 अधिकारियों/ कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी है-
1 मुख्य आरक्षी 05 सशस्त्र पुलिस मनोज कुमार, जनपद चमोली
2 आरक्षी 10 सशस्त्र पुलिस बलवीर गड़िया, जनपद चमोली
3 आरक्षी 216 नागरिक पुलिस जितेन्द्र सिंह, पौडी गढ़वाल
उत्तराखण्ड पुलिस के सभी शहीद पुलिस जनों को कोटि-कोटि नमन।
पुलिस महानिदेशक का सम्बोधन
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि देश में शहीद हुए अधिकांश पुलिस कर्मी नक्सली, आतंकवादी एवं उग्रवादी घटनाओं में शहीद हुए हैं। पुलिस का कार्य 24 घण्टे 365 दिन का होता है। पुलिस थाना कभी बन्द नहीं होता है। प्रतिदिन नये किस्म के अपराध/शान्ति व्यवस्था, आपदा एवं आन्तरिक सुरक्षा की जटिलताएं पुलिस के लिए नई चुनौतियां पेश कर रहे हैं, जैसे कि साइबर क्राइम और ड्रग्स नवीनतम क्षेत्र है, जहां पुलिस को अपराधियों से जूझना है । पूरा विश्व आज कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उत्तराखण्ड पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा महामारी के नियंत्रण के लिए निरन्तर अथक प्रयास किये जा रहे हैं। इस जोखिमपूर्ण कार्य में हमारे लगभग 4000 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 13 पुलिस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री जी पुलिस की इन्ही जोखिमपूर्ण कार्य-परिस्थितियों के दृष्टिगत आपके नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा पुलिस कर्मियों एवं उनके परिवारों के हितार्थ समय-समय पर कई कल्याणकारी योजनाएं जैसे चिकित्सा प्रतिपूर्ति, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना, जीवन रक्षक निधि तथा मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति आदि स्वीकृत की गयी हैं। इन योजनाओं से उत्तराखण्ड पुलिस कर्मी एवं उनके पारिवारिक-जन लाभान्वित होते रहे हैं।
इस मौके पर ये रहे मौजूद
मंत्री धन सिंह रावत, गणेश जोशी, मेयर देहरादून सुनील उनियाल, राज्यसभा सांसद- नरेश बंसल, विधायकगण- हरवंश कपूर, कुंवर प्रणव चैम्पियन, खजान दास, विनोद चमोली, मुख्य सचिव- डॉ एसएस सन्धु, अपर मुख्य सचिव- राधा रतूड़ी, विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष एवं सदस्य गण, सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक- सुभाष जोशी, अनिल के रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक श्अभिनव कुमार आदि मौजूद रहे।