पुरोला के कांग्रेस विधायक राजकुमार भाजपा में शामिल, अब गंगोत्री पर सभी की निगाहें
वैली समाचार, देहरादून।
पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार ने फिर भाजपा का हाथ थाम लिया है। दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में राजकुमार ने भाजपा में घर वापसी की है। हालांकि राजकुमार पुरोला या फिर देहरादून की किस विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। उधर, उत्तरकाशी के यमुनोत्री के पूर्व और धनोल्टी के वर्तमान विधायक भी गत दिनों भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद अब गंगोत्री सीट पर प्रत्याशी तय होना है। यहां दिवंगत विधायक गोपाल रावत की जगह कौंन लेगा, इसे लेकर राजनीतिक हलकों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। गंगोत्री में भाजपा 2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी बड़ा फैसला ले सकती है। इसे लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। इसके अलावा कुछ और महत्वपूर्ण सीटों पर भी पार्टी बदलने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।
भाजपा 2022 के चुनाव में न केवल सरकार बनाने को मजबूत दांव खेल रही, बल्कि विधायकों की संख्या बल भी बढ़ाने में जुट गई है। इसकी शुरुआत भाजपा ने धनोल्टी और पुरोला के दो गैर सिटिंग विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाने के साथ कर दी है। इन दो गैर सिटिंग विधायकों के भाजपा में शामिल होने से टिहरी, उत्तरकाशी और देहरादून जनपद में सीधा असर देखा जा रहा है। इसके अलावा पार्टी के पक्ष में मजबूती का संदेश भी जा रहा है। विधायक प्रीतम सिंह पंवार के भाजपा में आने से धनोल्टी से यमुनोत्री तक घमासान मचा गया है। यहां अंदरखाने जोड़तोड़ की गणित चल रही है। खासकर इन दोनों सीटों पर प्रीतम का अच्छा प्रभाव है। लेकिन यमुनोत्री में भाजपा के सिटिंग विधायक केदार सिंह रावत की भी अपनी अलग छवि है। वह दूसरी बार विधायक हैं। गंगा और यमुना घाटी में उनकी अच्छी पकड़ है। बेदाग छवि के साथ केदार रावत अच्छे विधायकों में शामिल हैं। लेकिन प्रीतम पंवार भी उनसे कम नहीं है। ऐसे में यमुनोत्री सीट को लेकर भी तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। बहरहाल भाजपा ने दो गैर सिटिंग विधायकों को पार्टी में शामिल करने का जो दांव खेला है, उसका असर दूर तक जाएगा। अब 2022 में निर्दलीय और पूर्व विधायक के तौर पर तैयारी कर रहे कई दिग्गज भी भाजपा में शामिल होने की कतार में खड़े हैं। अब देखना यह होगा कि पार्टी इन गैर विधायकों के साथ जो कमेंटमेंट कर रही है, वह पूरी होगी कि नहीं, इस पर सभी की निगाहें लगी हुई है।