यूरोप की सबसे ऊंची चोटी “माउंट एलब्रुस” पर फहराया ग्राफिक एरा का ध्वज
वैली समाचार, देहरादून।
यूरोप की सबसे ऊंची चोटी “माउंट एलब्रुस” पर उत्तराखंड की नामी यूनिवर्सिटी ग्राफिक एरा का ध्वज फहराया गया। एसडीआरएफ के जवान आरक्षी राजेंद्र सिंह नाथ ने 5642 मीटर ऊंचे इस हिमाच्छादित पर्वत शिखर पर ग्राफिक एरा का ध्वज फहराने में कामयाबी पाई है। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर कर पर्ववतारोही राजेंद्र सिंह को बधाई दी है।
देश के 100 विश्वविद्यालयों में अपनी पहचान बना चुकी ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी नित नए उपलब्धि हासिल कर रही है। प्लेसमेंट में बीटेक में 54.80 लाख रूपये वार्षिक के पैकेज तक अपनी ध्वजा फहराने वाले ग्राफिक एरा के लिए यह एक और गौरवशाली छलांग है। 17 अगस्त की सुबह यूरोप के समयानुसार छह बजकर 25 मिनट (भारतीय समय सुबह 8.55 बजे) एसडीआरएफ के आरक्षी राजेंद्र सिंह नाथ ने यूरोप महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर माउंट एलब्रुस पर सफलतापूर्वक आरोहण करके ग्राफिक एरा का ध्वज फहराया। उन्होंने इस पर्वत शिखर पर पहले भारतीय और उत्तराखंड के ध्वज लहराये।पर्वतारोही राजेंद्र सिंह ने छह दिन के अन्तराल पर दो बार यूरोप के इस सबसे ऊंचे शिखर को फतह करके एक कीर्तिमान स्थापित किया है। फर्स्ट इंडियन पुलिस डबल समिटर रिकॉर्ड के लिए तीन सदस्यों के शा एसडीआरएफ के आरक्षी राजेंद्र सिंह नाथ को 16 अगस्त की रात 12 बजे इस अभियान के लिए बेस कैम्प से रवाना किया गया था। उन्होंने इस अभियान में सहयोग के लिए ग्राफिक एरा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह किसी पुलिस कर्मी द्वारा सर्वप्रथम माउंट एल्ब्रुस् पर दो बार सफल आरोहण का एक नया रिकॉर्ड बना है। गौरतलब है कि ग्राफिक एरा ने ओलंपिक में एतिहासिक प्रदर्शन के लिए हाल ही में भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी हरिद्वार निवासी वंदना कटारिया को 11 लाख रुपये की सम्मान राशि भेंट करने के साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में उनका अभिनंदन किया है।
ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने पर्वतारोही राजेंद्र सिंह नाथ को इस बड़ी उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। उच्च स्तरीय ट्रेनिंग दी जाए, तो इस राज्य के युवा विश्व स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करके देश और उत्तराखंड को गौरवांवित कर सकते हैं।