चमोली की डीएम के खिलाफ सड़क पर उतरे व्यापारी, डीएम गो बैक के लगाए नारे
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड के चमोली में डीएम के कथित आदेश पर व्यापारियों और पत्रकारों के खिलाफ हुई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई से बवाल हो गया। पालिका द्वारा आवंटित दुकानों और आवासों को पुलिस फोर्स से सील और खाली कराने पर व्यापारी सड़क पर लामबंद हो गए। इस दौरान व्यापारियों ने डीएम स्वाति एस भदौरिया के खिलाफ “गो बैक” के नारे लगाते हुए बाजार बंद कर प्रदर्शन किया। इधर, विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस घटना से जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह पुलिस फोर्स के साथ जनपद मुख्यालय गोपेश्वर में कई पत्रकारों और दुकानदारों को आवंटित नगर पालिका के आवास और दुकानों से बेदखल पुलिस और प्रशासन ने सील कर दिया। आरोप है कि पालिका की ओर आवंटित इन भवनों को डीएम के आदेश पर सील किया गया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने डीएम “गो बैक” के नारों के बीच बाजार को बंद कर दिया गया है। इससे पहले गरपालिका द्वारा भारी पुलिस बल की मौजूदगी में महज 24 घंटों में कमरों को खाली करने का नोटिस चस्पा कर पत्रकारों को आवंटित आवासों से बाहर खदेड़कर आवासों को सील किया गया है। वही गोपेश्वर में व्यापारियो की कुछ दुकानों को सामान के साथ सील किया गया है। प्रशासन की कार्यवाही का विरोध कर रहे व्यापार संघ अध्यक्ष और कुछ महिला व्यापारियो को गिरफ्तार भी किया गया है। गिरफ्तारी को लेकर आक्रोशित व्यापारियो ने गोपेश्वर बाजार बंद कर सभी व्यापारी चमोली कोतवाली में प्रशासन की कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों और पत्रकारों का कहना है कि यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर की गई है।
यहां से बिगड़ी बात
स्थानीय पत्रकारों और व्यापारियों का आरोप है कि डीएम स्वाति एस भदौरिया ने मदद की गुहार लगा रही आपदा प्रभावित महिला को अपने दफ्तर में फटकार लगाई थी। इसके अलावा डीएम के बच्चे को पार्क में न जाने देने को लेकर होमगार्ड जवान को तीन सालों के लिए सस्पेंड कर दिया था। इसकी खबरें पत्रकारों ने प्रकाशित की। खबरें प्रकाशित होने के बाद डीएम की सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों केे बीच खूब किरकिरी हुई थी। आपदा प्रभावित महिला को डांटने व होमगार्ड जवान को सस्पेंड करने को लेकर डीएम के खिलाफ चमोली के खिलाफ छात्र नेताओं व व्यापारियो ने डीएम का पुतला फूंककर प्रदर्शन भी किया था।इससे भी डीएम नाराज चल रही थी।
.….तो पत्रकारों पर बदले की कार्रवाई
घटना को स्थानीय समाचार पत्रों ,टीवी चैनलों में प्रमुखता से दिखाया भी था। आरोप है इन घटनाओं के बाद से जिलाधिकारी के द्वारा पत्रकारों और उनके परिजनों का भी उत्पीड़न किया जा रहा है। डीएम के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल व्यापारियो को भी परेशान कर दुकानों को सील करने की कार्यवाही की गई है।
किराए का भी चल रहा मामला
बता दें कि व्यापारियों ने कोरोना का हवाला देते हुए अधिकारियों से सील की कार्यवाही न करने की गुहार भी लगाई। व्यापारियों ने कहा कि पिछले दो साल से कोरोना चल रहा है। ऐसे में किराया देना संभव नहीं है। लेकिन प्रशासन ने बलपूर्वक कार्यवाही का विरोध कर रहे व्यापारियो को गिरफ्तार किया है।
डीएम के खिलाफ आगे आये कई संगठन
अब चमोली में कई संगठनों ने डीएम के खिलाफ मोर्चा खोल डीएम के खिलाफ प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। इस मामले में डीएम का फोन लगातार बंद जाने की वजह से उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। उनका पक्ष जब भी मिलेगा उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।