उत्तराखंड में मौसम विभाग का 21 जुलाई तक अलर्ट, भूस्खलन और जलभराव ने बढ़ाई मुश्किलें
वैली समाचार, देहरादून।
मानसून की बारिश ने उत्तराखंड के हर जिले में तांडव मचा रखा है। लगातार जारी बारिश से उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से लोग परेशान हैं। बारिश से गंगा, यमुना, काली, सरयू समेत बड़ी छोटी नदियां ऊफान पर हैं। इससे पहाड़ की लाइफलाइन कही जाने वाले एनएच, स्टेट और लिंक मार्ग जगह जगह बंद हो गए हैं।
उत्तराखंड में शुक्रवार देर रात हुई बारिश का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार की रात से शनिवार दिन भर हल्की बारिश होती रही। रात आठ बजे के बाद जोरदार बारिश ने लोगों को डरा दिया। बारिश का दौर रविवार को भी जारी है। इससे मौसम में ठंडक आ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज 18 जुलाई और कल 19 जुलाई को प्रदेश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में संवेदनशील पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन, चट्टान टूटने, सड़कें बाधित होने की समस्या रहेगी। साथ ही नदी और नालों के जल स्तर में बढ़ोत्तरी आएगी। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 18 और 19 जुलाई को उत्तराखंड में ओरेंज अलर्ट है। 18 जुलाई को कुमाऊं के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ कहीं कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून तथा पौड़ी जिले में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 19 जुलाई को भी ऐसी ही स्थिति रहेगी। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी जिले में कहीं कहीं अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। 20 और 21 जुलाई का यलो अलर्ट है। इस दिन उत्तरकाशी, चंपावत व पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं भारी बरिश का अनुमान है। 21 जुलाई को भी इन तीन जिलों में भारी बारिश की संभावना है।