उत्तराखंड में भ्रष्ट अफसरों पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की बड़ी कार्रवाई
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड में भ्र्ष्टाचार में लिप्त अफसरों के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। सबसे पहले भ्र्ष्टाचार के आरोप से घिरे चीनी मिल नादेही के प्रधान प्रबंधक पर गाज गिरी है। मुख्यमंत्री ने उनको निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही मामले में संलिप्त अन्य अफसरों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। उस मामले में कुछ रिटायर्ड अफसरों तक भी जांच की आंच पहुंच सकती है।
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है। धामी सरकार ने चीनी घोटाला आरोपी प्रधान प्रबन्धक/ मुख्य अभियंता आरके सेठ के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। गन्ना सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश में आरके सेठ पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर की गई है। गौरतलब है कि 2016 से 2019 के बीच जसपुर के नादेही चीनी मिल में 500 क्विंटल चीनी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। ऑडिट जांच में फर्जी बिल, चीनी चोरी, रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ जैसी अनियमितता बड़े स्तर पर पाये गए। आडिट जाँच में पाई गई भारी गड़बड़ी के बाद विभाग ने आरके सेठ पर कार्यवाही के आदेश जारी किए हैं।चीनी घोटाले की जांच की आंच आरके सेठ के साथ तत्कालीन गन्ना सचिव विनोद शर्मा पर भी आई है। विनोद शर्मा पर आरके सेठ के साथ सांठगांठ का आरोप लगा है। जांच में पाया गया है कि विनोद शर्मा ने आरके सेठ के इस्तीफा दे देने के बावजूद एक साल बाद उन्हें उसी विभाग में न सिर्फ जॉइनिंग दी गई बल्कि लगातार प्रोन्नति भी दी गई। जांच में यह भी पाया गया कि घोटाला आरोपी सेठ 30 साल की सेवावधि में से 15 साल नादेही चीनी मिल में कार्यरत रहे। विभाग द्वारा जारी पत्र में आरके सेठ और तत्कालीन गन्ना सचिव विनोद शर्मा के बीच सांठगाँठ की भी जांच की संस्तुति की गई है।इधर मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से अफसरों में हड़कंप मचा है।