उत्तराखंड विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, रिश्वतखोर एनएच का ईई और जेई रंगेहाथ गिरफ्तार
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड विजिलेंस डीआईजी अरुण मोहन जोशी के मार्गदर्शन में भ्र्ष्टाचारियों पर लगातार बड़ी कार्रवाई में जुटी है। आज विजिलेंस की हल्द्वानी टीम ने रिश्वतखोरी में नेशनल हाईवे हल्द्वानी के अधिशासी अभियंता(ईई) और सहायक अभियंता (एई) को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है।
विजिलेंस के एसपी मुख्यालय धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि हल्द्वानी टीम ने यह कार्रवाई की है। मामले में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी अधिशासी अभियंता का नाम महिपाल कालाकोटी और सहायक अभियंता का नाम यतेंद्र कांडपाल बताया गया है। आरोपियों को एक लाख रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के बाद मामले में विस्तृत खबर अपडेट की जाएगा…….
हरिद्वार में आबकारी इंस्पेक्टर और बाबू को किया था गिरफ्तार
विजिलेंस ने एक माह के भीतर 4 भ्र्ष्टाचारियों को जेल भेज दिया है। 22 जून को हरिद्वार में पुलिस कर्मी से चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिल पर हस्ताक्षर करने वाले स्वास्थ्य विभाग के बाबू को जेल भेजा है। जबकि हरिद्वार में ही आबकारी इंस्पेक्टर को 35 हजार रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया था। आज हल्द्वानी में एनएच के दो इंजीनियर को गिरफ्तार कर विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है।
सीबीआई से आगे निकली विजिलेंस
उत्तराखंड में विजिलेंस भ्राष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटी है। जबकि सीबीआई दो साल से सुस्त नजर आ रही है। सीबीआई में बैंक फ्रॉड के मुकदमे दर्ज होने के अलावा बड़े भ्राष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि उत्तराखंड में 40 से ज्यादा बड़े केंद्रीय संस्थान हैं। ऐसा नहीं कि इनमें भ्र्ष्टाचार हो रहा हो, लेकिन यह भी नही। कह सकते कि लोगों के काम आसानी से हो रहे होंगे।