उत्तराखंड में एसएसपी नहीं विधायक तय करते दारोगा और सिपाही की पोस्टिंग, लैटर पैड वॉयरल
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड पुलिस में जनपद के एसएसपी नहीं बल्कि विधायक दारोगा और सिपाही की पोस्टिंग तय करते हैं। यह हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया में वॉयरल एक विधायक का लैटर पैड कह रहा है। इस लैटर पैड में विधायक जी ने बाकायदा दारोगाओं और सिपाहियों की ट्रांसपर सूची बनाकर एसएसपी को भेजी गई। सूत्रों का कहना है कि सूची के अनुसार कुछ दारोगाओं और सिपाहियों को पोस्टिंग भी दी गई। अब मामला पीएचक्यू तक पहुंचा तो प्रकरण की जांच बिठाकर सिफारिश दारोगाओं और सिपाहियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है।
सोशल मीडिया में कुछ दिनों से ऊधमसिंह नगर के एक विधायक का लैटर पैड चर्चा में बना हुआ है। इस लैटर पैड पर विधायक जी ने 3 दारोगाओं को ट्रांसपर कर चौकी इंचार्ज बनाने,4 सिपाहियों को मनचाही पोस्टिंग देने तथा 3 सिपाहियों के ट्रांसपर में संशोधन की सिफारिश की गई है। हद तो यह है कि कुछ दारोगाओं और सिपाहियों को विधायक जी की सिफारिश के अनुसार तैनाती भी मिल गई। इसका प्रमाण भी एसएसपी के आदेश का एक पत्र सोशल मीडिया में वॉयरल हुआ है। एसएसपी के इस आदेश में 4 दारोगाओं का ट्रांसपर किया गया है। जिसमें एक सिफारिशी दारोगा का नाम भी शामिल है। अब जबकि पुलिस में जनपद स्तर पर विधायक की सिफारिश पर पोस्टिंग पाने वाला सिफारिश पत्र सोशल मीडियाके वॉयरल हुआ है तो, स्वभाविक इसकी चर्चाएं भी आम है। अब मामला पुलिस मुख्यालय तक पहुंच ही गया तो कार्रवाई भी तय मानी जा रही है। खासकर ट्रांसपर पोस्टिंग में सिफारिश करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
डीजीपी ने दिए जांच के आदेश
मामला संज्ञान में आने के बाद पूरे प्रकरण की जांच आईजी कुमाऊं रेंज को सौंपी गई है। सिफारिश कराने वाले दारोगाओं और सिपाहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा सभी एसपी, एसएसपी और रेंज को ट्रांसफर में सिफारिश कराने वालों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
अशोक कुमार, डीजीपी उत्तराखंड