उत्तराखंड में कोरोना जांच की फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर पुलिस का बड़ा खुलासा

वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण जांच को आरटीपीसीआर रिपोर्ट फर्जीवाड़े पर दून पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने 12वीं में पढ़ने वाले एक नाबालिग को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से रिपोर्ट बनाने के उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से कंप्यूटर से फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट बनाने वाले गैंग में हड़कंप मचा है। इधर, इस मामले में दून मेडिकल कॉलेज के खिलाफ भी जांच चल रही है। ऐसे में आरटीपीसीआर रिपोर्ट में बड़े फर्जीवाड़े से इंकार नहीं किया जा सकता है।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार वर्तमान में कोविड महामारी के दौरान उपकरणों की कालाबाजारी फर्जीवाडे की रोकथाम हेतु जनपद स्तर पर अलग- अलग टीमें बनाकर सघन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक एसओजी के नेतृत्व में एसओजी टीम द्वारा कल दिनांक 10.06.2021 को कोरोना टैस्ट की फर्जी RT-PCR रिपोर्ट व अन्य दस्तावेज और उपकरणों सहित 01 विधि विवादित किशोर को समय 22:35 बजे इन्द्रेश नगर, लक्ष्मण चौक से संरक्षण पुलिस लिया गया। जिसे बाद आवश्यक कार्यवाही उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। उक्त सम्बन्ध में कोतवाली नगर में विधि विवादित किशोर के विरूद्ध धारा 420, 468, 471 भादवि व 53 एन0डी0एम0 एक्ट व 3 महामारी अधिनियम में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
पुलिस की पूछताछ में बताई ये बातें–
पूछताछ मे विधि विवादित किशोर द्वारा बताया गया कि मैं 12 कक्षा में अघ्यनरत हॅू तथा मोबाईल/लैपटाप की दुकान पर काम करता हॅू, मुझे मोबाईल की अच्छी जानकारी है। मैनें अपनी जानकारी का फायदा उठाते हुए मोबाईल में Picsart व Adovbe light room व अन्य ऐप डाउनलोड किये थे तथा देहरादून में स्थित आहूजा लैब की आनलाईन RT-PCR रिपोर्ट को निकाल कर उक्त ऐप के माध्यम से आहूजा लैब की असली रिपोर्ट को एडिट कर पहले मैने अपने नाम की एक फर्जी RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट तैयार की फिर मेरे द्वारा जरूरत मंद ग्राहकों को अपनी फर्जी रिपेार्ट दिखाकर यकीन दिलाता था कि मैं बिना सैम्पल के ही आहूजा लैब की RT-PCR टैस्ट की निगेटिव रिपोर्ट तैयार करता हॅू। ऐसे मेरे साथ कई ग्राहक जुड गये थे जिन्हें मैनें आहूजा लैब की फर्जी RT-PCR टैस्ट की निगेटिव रिपोर्ट तैयार कर ग्राहकों का उपलब्ध करायी है जिसके एवंज में मैं ग्राहकों से एक रिपोर्ट के 150 रूपये लेता था। मैने थोडे से पैसों के लालच में आकर यह फर्जी RT-PCR टैस्ट की निगेटिव रिपोर्ट का काम किया था। मैनें यह फर्जी काम पैसों के लालच में किया है। भविष्य में ऐसा कोई भी फर्जी काम नहीं करूगा।
बरामदगीः–
1. कोविड- 19 की 06 फर्जी RT-PCR रिपोर्ट।
2. एक HP का कलर प्रिन्टर मय डाटा केबल/ पावर केबल।
3. एक आई0 कार्ड साईबर सैल।
4. एक आधार कार्ड ।
5. एक VIVO कम्पनी का मोबाईल।