उत्तराखंड में दरगाह के प्रबन्धक को रिश्वत लेते विजिलेंस ने किया गिरफ्तार
वैली समाचार, देहरादून
उत्तराखंड विजिलेंस ने भ्र्ष्टाचार के आरोप में पिरान कलियर रुड़की में दरगाह के प्रबन्धक को 10 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रबन्धक पर सुपरवाइजर ने नौकरी में पुनः बहाली के लिए डेढ़ लाख की रिश्वत मांगने के आरोप लगाए हैं। विजिलेंस आरोपी की संपत्ति और बैंक खातों समेत अन्य जानकारी जुटा रही है। इधर, डीआईजी विजिलेंस अरुण मोहन जोशी ने विजिलेंस टीम को इनाम देने की घोषणा की है।
उत्तराखंड विजिलेंस एसपी श्वेता चौबे ने बताया की विजिलेंस को रुड़की निवासी शिकायतकर्ता द्वारा 08.06.2021 को एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक सतर्कता सैक्टर देहरादून को इस आशय का दिया गया कि वह वर्ष 2011 से पिरान कलियर में बाबा साबिर पाक में अन्दर की व्यवस्था में सुपरवाईजर के पद पर तैनात है। जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा वर्ष 2020 से मौ0 हारून, सहायक अध्यापक, मोहल्ला चाकलान ज्वालापुर, स्कूल नं0-7 को दरगाह की देखभाल हेतु प्रबन्धक पद का अतिरिक्त चार्ज दिया गया। प्रबन्धक द्वारा दरगाह के समस्त कर्मचारियों की डियूटी लगाना, उपस्थिति पंजिका सत्यापित कर उपस्थिति पंजिका के आधार पर कर्मचारियों को वेतन देने का कार्य किया जायेगा। प्रबन्धक मौ0 हारून द्वारा शिकायतकर्ता को किसी कारण दिनांक 23.05.2021 को नोटिस देकर सेवा से पृथक कर दिया गया था। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त सम्बन्ध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूड़की को मिलकर मौखिक रूप से बताया तथा वह नोटिस भी दिखाया गया, जो प्रबन्धक द्वारा उसे दिया गया था। जिसको देखने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूड़की ने प्रबन्धक मो0 हारून के सभी आदेशों को दिनांक 24.05.2021 को निरस्त कर दिया था।
पुनः नौकरी पर बहाली को मांगे डेढ़ लाख
शिकायतकर्ता ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के उक्त आदेश को लेकर प्रबन्धक से मिला, तो प्रबन्धक ने उससे उपस्थिति पंजिका में नाम दर्ज कराने हेतु रू0 1,50,000/- की मांग की, जिस पर शिकायतकर्ता पुनः अपने दोस्त को लेकर 2-3 बार प्रबन्धक से मिला और दोबारा रजिस्टर में नाम लिखाने की विनती की तो प्रबन्धक इस बात पर राजी हुआ कि 1,50,000/- एक साथ न देकर किस्तों में दे देना। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता बल्कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता है। पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून द्वारा शिकायतकर्ता केे शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच कराये जाने पर जांच में आरोप सही पाते हुये नियमानुसार टैªप संचालन हेतु टैªप टीम का गठन किया गया।
10 हजार रिश्वत लेता गिरफ्तार
आज दिनांक 09.06.2021 को अभियुक्त मोहम्मद हारून पुत्र मसूद अहमद, निवासी-मोहल्ला नील खुराना, ज्वालापुर, हरिद्वार, हाल प्रबन्धक, दरगाह पिरान कलियर, रूड़की, जनपद हरिद्वार को सतर्कता सैक्टर देहरादून की टैªप टीम द्वारा दरगाह कार्यालय से समय करीब 17ः10 बजे सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ता से 10,000/- उत्कोच ग्रहण करते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरूद्व थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराकर विवेचना की जायेगी।
डीआईजी ने की इनाम की घोषणा
प्रभारी निदेशक सतर्कता/पुलिस उप महारीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, अरूण मोहन जोशी द्वारा ट्रैप टीम को उत्साह वर्धन हेतु उचित पारितोषिक देने की घोषणा की। साथ ही आम लोगों से कहा कि भ्र्ष्टाचार को लेकर अपनी शिकायत विजिलेंस से करें।इसके लिए सतर्कता निदेशालय उत्तराखण्ड देहरादून में एक हेल्प लाईन नं0 लघु कोड 1064, What,s App No-9456592300 का गठन किया गया है।
यहां भी कर सकते शिकायत
विजिलेंस ने जनता से अपील है कि यदि राज्य सरकार का कोई लोक सेवक रिश्वत मांगता है तो विजीलैंस को उक्त नम्बर पर सूचना दें, उनकी सूचना के साथ उनका नाम पता भी गोपनीय रखी जायेगी। उपरोक्त के अतिरिक्त ‘‘फाइट अगेन्स्ट करप्शन उत्तराखण्ड https://www.facebook.com/spvigilance.uk के नाम से एक फेस बुक पेज एवं सतर्कता विभाग की वेबसाइट WWW.Vigilance.uk.gov.in भी स्थापित की गयी, जिससे जनता द्वारा अपनी शिकायत सतर्कता विभाग से कर सके।