उत्तराखंड के चकराता में बादल फटने से तबाही, तीन शव बरामद, रेस्क्यू जारी

वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड में मई में बारिश कहर बनकर आई। यहां देहरादून के चकराता क्षेत्र में बारिश के साथ ही बादल फट गया। इससे आवासीय घर मलबे में जमीदोंज होने से उसमें रह रहे चार लोग लापता हो गए। पुलिस, एसडीआरएफ ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर तीन शव बरामद कर लिए हैं। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घटना पर दुख जताते हुए राहत एवं बचाव कार्य मे तेजी लाने के निर्देश दिए।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक देहरादून जिले के जौनसार बाबर के क्वासी क्षेत्र में बिजनाड खड्ड नामक स्थान पर बादल फटने की घटना में चार लोगों के गायब हो गए। इस घटना में कुछ पशुओं के भी बह जाने की सूचना है। रेस्क्यू टीम ने तीन शव मलबे से बरामद कर लिए हैं। बरामद शवों की पहचान .मुना (32 वर्ष), काजल (13). साक्षी (13 वर्ष) के रूप में हुई है। अभी कुछ और लोगों के लापता होने की सूचना है। इधर, बारिश से पहाड़ में भी कहर बरपा है। ऋषिकेश बदरीनाथ हाइवे भी देवप्रयाग क्षेत्र में मलबा आने से बंद चल रहा है। इसके अलावा कई राज्य मार्ग, लिंक मार्ग भी बारिश से बंद हो गए।
देवप्रयाग पुलिस जुटी रेस्क्यू में
दो दिन से लगातार बारिश होने के कारण ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे पर तोताघाटी से देवप्रयाग तक जगह- जगह मलवा व बडे- बडे पत्थर गिर रहे हैं। लगातार बारिश होने के कारण जे.सी.वी. मशीन काम नही कर पा रही है परन्तु इस महामारी में कई बीमार लोगों को लेकर एम्बुलेंस जा रही है वे लोंगो तुरन्त हॉस्पिटल तक पहुंच सके एम्बुलेंस के लिये रास्ते मे पत्थर हटाने के लिये थाना देवप्रयाग पुलिस के सभी कर्मचारियों को हाईवे पर जगह – जगह लगाया गया है जो मार्ग अवरुद्ध वाले जगह पर एम्बुलेंस के लिये रास्ता बना रहे हैं। थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि मिशन हौसला के तहत पुलिस लोगों की हर संभव मदद कर रही है।