चारधाम यात्रा:यमुनोत्री धाम के कपाट दर्शन के खुले, केदार बाबा और गंगा की उत्सव डोली धामों को रवाना

कोरोना संक्रमण के चलते सादगी के साथ खुले यमुना जी के द्वार

-खरसाली से शनि की डोली के साथ यमुनोत्री पहुंची यमुना की भोग मूर्ति

-मुखबा से गंगा और ऊखीमठ से बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली हुई रवाना

वैली समाचार, देहरादून। 

विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुल गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते कपाट खुलने के मौके पर कुछ ही तीर्थपुरोहित और पुलिस-प्रशासन के लोग मौजूद रहे। इधर, मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई है। डोली यात्रा रात को भैरोंघाटी में बाबा भैरवनाथ के मंदिर में रात्रि निवास करेगी। जबकि बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह डोली भी ओंकारेश्वर मंदिर से धाम को रवाना हो गई।

अक्षयतृतीया की शुभवेला पर आज यमुनोत्री धाम के कपाट खुले गए हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। आज सुबह खरसाली स्थित यमुना मंदिर से भगवान शनिमहाराज की मौजूदगी में यमुना की भोग मूर्ति मंदिर से निकालकर डोली में विराजमान किया। यहां से शनि यमुना को लेकर यमुनोत्री धाम पहुंचे। यहां पूज अर्चना के बाद यमुना की भोगमूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया गया। कोरोना संक्रमण के चलते कपाट खुलने के मौके पर ज्यादा भीड़ नहीं जुटी। तीर्थपुरोहितों के अलावा कुछ स्थानीय लोग ही मौजूद रहे। अब छह माह तक यमुना की पूजा और दर्शन यमुनोत्री में होंगे। इधर, बाबा केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली आज श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से सादगीपूर्वक केदारनाथ धाम को प्रस्थान हुई। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, पूजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपरमुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह , कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, डोली प्रभारी यदुवीर पुष्पवान सहित प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। डोली कल केदारनाथ पहुंचेगी।  17 मई को प्रात:पांच बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।

मुखबा से गंगा की विदाई

गंगोत्री धाम के कपाट पहलीबार अक्षयतृतीय के अगले दिन खुल रहे हैं। आज उदयकाल न होने से कपाट कल 15 मई को खुलेंगे। गंगा की उत्सव डोली आज मुखबा से गंगोत्री को रवाना हो गई। इस दौरान तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोग मौजूद रहे। गंगा की डोली आज भैरोंघाटी में रात्रि विश्राम करेगी। यहां से कल सुबह गंगोत्री को रवाना होगी। उदयकाल में गंगा के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद गंगा के दर्शन छह माह तक गंगोत्री में होंगे।

 

18 को खुलेंगे बदरीनाथ के कपाट

यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद 18 मई को ब्रह्मूर्त पर भगवान बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे। इसके बाद चारधाम यात्रा विधिवत शुरू होगी। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा को स्थगित किया है। अब धामों में सिर्फ पूजा-अर्चना होगी। इस दौरान तीर्थयात्रियों को जाने की अनुमति नहीं है।

 

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