विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, एमसीआई का रजिस्टार 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
वैली समाचार, देहरादून।
उत्तराखंड विजिलेंस ने रिश्वतखोरी में एमसीआई(मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के रजिस्ट्रार को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक डिप्लोमा ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन(डीएमए) डिप्लोमाधारी से पंजीकरण के नाम पर रिश्वत ली है। विजिलेंस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा आरोपी की ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
विजिलेंस से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता द्वारा दिनांक 17.04.2021 को एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून को दिया। शिकायत में कहा कि वह डिप्लोमा आॅफ आयुर्वेदिक मेडिशन (डी0ए0एम0) डिप्लोमा धारी है। उसे प्राईवेट प्रैक्टिस के लिये भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड बलवीर रोड़ में पंजीकरण कराना अनिवार्य है। तभी वह अपनी प्राईवेट प्रैक्टिस कर सकता है। शिकायतकर्ता को भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड बलवीर रोड देहरादून में रजिस्ट्रार रणवीर सिंह पंवार से मिला। उन्होंने उसे उसकी पत्रावली सहित पत्रावली लेकर अपने घर के पास ज्वैलर्स की दुकान के बाहर बुलाया और उससे बतौर सुविधा शुल्क/रिश्वत 80,000/-(अस्सी हजार रूपये) की मांग की।
50हजार में हुआ था सौदा
शिकायतकर्ता ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुये इतनी धनराशि देने में मजबूरी जाहिर की तो रणवीर सिंह पंवार 50,000/- (पचास हजार रूपये) लेकर रजिस्ट्रेशन करने को सहमत हुआ। शिकायतकर्ता द्वारा अपना रजिस्ट्रेशन फार्म डाॅ0 सालिव सिद्दकी के साथ जाकर रणवीर सिंह पंवार को उनके घर के पास ज्वैलर्स की दुकान के सामने दिया था। तभी से डाॅ0 सालिव सिद्दकी के फोन पर पंवार के द्वारा लगातार फोन आ रहे है कि बाकी रूपये दे दो। रजिस्ट्रेशन फीस के अलग से 5,000/- रूपये देने होंगे। उसके बाद ही मैं रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करूंगा। रणवीर सिंह पंवार द्वारा शिकायतकर्ता व उसके परिचित दोनों को बाकी के रूपये लेकर दिनांक 19.04.2021 को बुलाया है। शिकायतकर्ता रिश्वत देना नहीं चाहता है, अपितु ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता है।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून द्वारा शिकायतकर्ता के शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच कराये जाने पर जांच में आरोप सही पाते हुये नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु टैªप टीम का गठन किया गया।
20 हजार रिश्वत के साथ पकड़ा
आज दिनांक 19.04.2021 को आरोपी रणवीर सिंह पंवार पुत्र जय सिंह, निवासी-टी-स्टेट, निकट मैक्स इन्टरनेशनल स्कूल, बंजारावाला, देहरादून, हाल रजिस्ट्रार, भारतीय चिकित्सा परिषद कार्यालय, देहरादून को सतर्कता सैक्टर देहरादून की टैप टीम द्वारा समय करीब 16ः15 बजे सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ता से 20,000/- उत्कोच ग्रहण करते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के विरूद्व थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशो0 अधि0 2018) की सुसंगत धारा के अन्तर्गत अपराध पंजीकृत कराकर विवेचना की जायेगी।
डीआईजी ने टीम को दिया इनाम
विजिलेंस एसपी धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। आरोपी के बैंक खाते, प्रोपर्टी समेत अन्य की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि टीम को इस कामयाबी पर प्रभारी निदेशक सतर्कता/पुलिस उप महारीक्षक, अरूण मोहन जोशी, सतर्कता अधिष्ठान, महोदय द्वारा ट्रैप टीम को उत्साह वर्धन हेतु उचित पारितोषित देने की घोषणा की।
यहां करें भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत
एसपी विजिलेंस ने कहा कि आम लोग सतर्कता निदेशालय उत्तराखण्ड देहरादून में एक हेल्प लाईन नं0 जिसका टोल फ्री नं0-18001806666 व लघु कोड 1064, What,s App No-9456592300 पर भ्र्ष्टाचार से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ‘‘जनता से अपील है कि यदि राज्य सरकार का कोई लोक सेवक रिश्वत मांगता है तो विजीलैंस को उक्त नम्बर पर सूचना दें, उनकी सूचना के साथ उनका नाम पता भी गोपनीय रखी जायेगी’’। उपरोक्त के अतिरिक्त ‘‘फाइट अगेन्स्ट करप्शन उत्तराखण्ड https://www.facebook.com/spvigilance.uk के नाम से एक फेस बुक पेज एवं सतर्कता विभाग की वेबसाइट WWW.Vigilance.uk.gov.in भी स्थापित की गयी, जिससे जनता द्वारा अपनी शिकायत सतर्कता विभाग से कर सके।