टीडीसी को घाटे से उभारने को मंत्री का फरमान, प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता दें अफसर
वैली समाचार, देहरादून।
प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में वीर शिरोमणि माधो सिंह भण्डारी किसान भवन में उत्तराखण्ड सीड्स एण्ड तराई डेवलपमेन्ट काॅरपोरेशन लिमिटेड की 236वीं निदेशक मण्डल की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
कृषि मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को टीडीसी को घाटे से उभारने के लिए निगम के स्वरूप को मार्केट के अन्य प्रतियोगियों के मुकाबले अधिक से अधिक प्रतिस्पद्र्धी बनाने के लिए ऐसे प्रयास करने के निर्देश दिये जिससे निगम समय के साथ आधुनिक तथा अधिक सक्षम बन सके। उन्होने निगम के स्वरूप को उसके प्राॅफिट के अनुकूल बनाने को कहा तथा उन सभी कमजोरियों का बारीकी से अघ्ययन करते हुए निराकरण करने के निर्देश दिये जिन कारणों से निगम लाभदायक स्थिति में नहीं आ पा रहा है। उन्होने किसानों के लिए टीडीसी द्वारा उत्पादित सीड की बेहतर बिक्री के लिए उसकी गुणवत्ता व मार्केटिंग पर मुख्य फोकस करते हुए सीड के उत्पादन में उसी अनुपात में बढोत्तरी करने के निर्देश दिये जिस अनुपात में सीड को उपभोक्ता तक विक्रय किया जा सके। उनके द्वारा मार्केटिंग को बेहतर बनाने के लिए इसमें प्रोफेशनल लोगो को निगम में लेने तथा मार्केटिंग के कार्य में कार्मिको की कमी को देखते हुए महाप्रबन्धक (एम.डी) टीडीसी को कार्मिको की अवश्यकतानुसार नियुक्ति करने के लिए अधिकृत किया गया। मंत्री ने टीडीसी के प्रोफिट को बढाने तथा किसानो को लाभान्वित करने के लिए लक्षित कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि उद्यान विभाग के तकनीकी अधिकारियों को भी टीडीसी से आवश्यकतानुसार अटैच किया जाय। उन्होने कृषि विभाग को निर्देश दिये कि टीडीसी से जो किसान बीज खरीदते है उसके भुगतान कि धनराशि की व्यवस्था की जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जो किसान तीन वर्ष से लगातार टीडीसी को बीज सप्लाई कर रहे हैं उन सभी को प्रति कुन्तल 15 रूपये का अतिरिक्त बोनस प्रदान किया जाय।
इस अवसर पर सचिव हरबंश सिंह चुघ, जिलाधिकारी उधमसिंह नगर/एमडी. टीडीसी रंजना राजगुरू, सहित मुकुल माहेश्वरी, समरपाल सिंह, अंकुर पापनेजा, के सी. पाठक, अभय सैक्सेना, विजय देवराडी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।