बड़ी उपलब्धि…..त्रिवेंद्र सरकार ने 10 साल से अधर में लटकी सड़क को एक साल में बनाया
–वर्षों से अधर में लटके एलिफेंट कॉरिडोर अब 31 जनवरी तक होगा पूरा
वैली समाचार, देहरादून।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि लाल तप्पड़ फ्लाईओवर के बनने के बाद देहरादून-हरिद्वार की दूरी और कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लाल तप्पड़ इलाका एलिफेंट कॉरिडोर है और यहां सुबह-शाम हाथियों की आवाजाही लगी रहती है। लाल तप्पड़ फ्लाईओवर बनने से वन्यजीवों के लिए भी रास्ता सुरक्षित हो जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज सुबह लाल तप्पड़ फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली कि कब तक फ्लाई ओवर का काम पूरा हो जाएगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लाल तप्पड़ फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां अधिकारियों और कर्मचारियों से जानकारी ली कि कब तक फ्लाई ओवर का काम पूरा हो जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस साल 31 जनवरी तक फ्लाई ओवर का कार्य पूर्ण हो जाएगा। दरअसल लाल तप्पड़ फ्लाईओवर देहरादून हरिद्वार के हाईवे पर निर्माणाधीन है। इस फ्लाईओवर के बनने के बाद देहरादून हरिद्वार की दूरी और कम हो जाएगी। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात लाल तप्पड़ इलाका एक तरह का एलीफेंट कॉरिडोर भी है, क्योंकि अक्सर जब फ्लाईओवर नहीं था तो इस रास्ते सुबह और शाम एलीफेंट का मूवमेंट रहा करता है। इससे न सिर्फ वन्यजीवों बल्कि इंसानों की भी जान को खतरा रहा करता था। अब ऐसे में लाल तप्पड़ फ्लाईओवर बनने से वन्यजीवों के लिए रास्ता भी सुरक्षित हो जाएगा और आने जाने वाले वाहनों के लिए भी सुरक्षित रहेगा।
2010 में स्वीकृत सड़क 2021 में बनी
यह सड़क 2010 में स्वीकृत हुई थी। तब सरकार का दावा था कि 2012 में अगस्त तक काम पूरा हो जाएगा। चार लेन करने का जिम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) जैसी अनुभवी संस्था को सौंपा गया।बिल्ट आपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) के तहत काम इरा इन्फ्रा कंपनी को दिया गया। कंपनी 20 साल तक रखरखाव भी करना था। साथ में 20 साल तक मिलने वाले टोल टैक्स से कमाई भी। लेकिन कंपनी की मनमानी से यह काम अधर में लटक गया। तब से 2019 तक यह कार्य लटका रहा। त्रिवेंद्र सरकार ने इसकी पैरवी की तो काम ने रफ्तार पकड़ी। 2020 में शुरू हुआ काम आखिर 2021 की शुरुआत में पूरा होने वाला है।
सड़क पर एक नजर
कार्य: हरिद्वार-दून राजमार्ग का चौड़ीकरण
लंबाई: 39 किमी
चौड़ीकरण के बाद लंबाई: 36 किमी
कार्य शुरू: नवंबर 2011
कार्य समाप्ति की अवधि: अक्टूबर 2013
समय विस्तार: सितंबर 2016
नई डेडलाइन: दिसंबर 2017
कार्य प्रगति: 53 फीसद
त्रिवेंद्र सरकार में काम शुरू हुआ-2020
सड़क बनकर तैयार हुई 2021 जनवरी
परियोजना के कुछ बड़े कार्य
एलीफैंट कॉरीडोर अंडर पास (लालतप्पड़, तीन पानी)
रेलवे अंडर ब्रिज (रायवाला)
रेलवे ओवर ब्रिज (मोतीचूर)
मेजर ब्रिज (मोतीचूर)
तीन एलीफैंट अंडर पास (लालतप्पड़, तीन पानी, मोतीचूर)
वेक्यूलर अंडर पास (भानियावाला)