एसटीएफ के हत्थे चढ़ा पांच साल से फरार इनामी अपराधी, पत्नी और भाई की हत्या के राज उगले

-एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह के निर्देश पर उत्तराखंड एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई

-अपराध करने के बाद मौज काट रहे अपराधियों की आई शामत, अभी कई रडार पर

वैली समाचार, देहरादून।

करीब पांच साल पहले पत्नी की हत्या कर फरार चल रहे इनामी अपराधी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर पांच हजार का इनाम घोषित था। वह पत्नी की हत्या के बाद नाम और हुलिया बदलकर कानपुर में छिपा था। आरोपी ने एसटीएफ को पत्नी की हत्या के साथ नाबालिग रहते हुए भाई की हत्या के राज भी उगले। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने इनामी को गिरफ्तार करनी वाली टीम को शाबासी दी। इधर, एसटीएफ की राडार पर कई बड़े बदमाश भी हैं, जिनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि थाना कोतवाली नगर जनपद हरिद्वार में 2015 में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसमें आरोपी 5000- रूपये का ईनामी अपराधी विगत पांच वर्ष से अपनी पत्नी की हत्या करने के मामले मे फरार चल रहा था। उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स को सूचना प्राप्त हुई थी कि हरिद्वार के मुकदमे में यह ईनामी अपराधी विश्वजीत मलिक उर्फ राजू पुत्र दयाल मणि निवासी 03 नम्बर जेल कैम्प सितारगंज जनपद उधमसिंहनगर जो दिनांक 25-11-2015 को अपनी पत्नी की हत्या करके फरार हो गया था।  गिरफ्तारी पर 5000/- रूपये का का ईनाम घोषित है, वह उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कही पर छिपा हुआ है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 कुमायॅू यूनिट के निरीक्षक एम0पी0 सिंह के नेतृत्तव में एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड एवं जनपद हरिद्वार पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। उक्त टीम में शामिल कुमायॅू एसटीएफ यूनिट के आरक्षी किशोर कुमार एव आरक्षी महेन्द्र गिरी द्वारा विगत 10 दिनों से उपरोक्त फरार अभियुक्त की तलाश हेतु गोपनीय रूप से कार्य किया जा रहा था, पुख्ता सूचना मिलने पर कि, उपरोक्त फरार अभियुक्त कानपुर के थाना रसूलाबाद क्षेत्र में छिपा हुआ है, पर कार्यवाही करते हुए दिनांक 08-01-2021 को उक्त फरार अपराधी को महेन्द्र नगर, ग्राम रसूलाबाद, थाना रसूलाबाद, कानपुर से गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ में कही ये बातें

गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि, उसके अपनी पत्नी से पारिवारिक सम्बन्ध अच्छे नहीं थे, उसकी पत्नी छोटी-छोटी बातों पर उससे लड़ाई-झगड़ा करती रहती थी, जिससे परेशान होकर उसने दिनांक 25-11-2015 को अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। तब से वह पुलिस से बचने के लिए उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग स्थानों पर छिपता फिर रहा था। उक्त के अतिरिक्त पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने यह भी बताया कि] वर्ष 1993-94 में जब वह 13-14 साल का था, उस समय उसके द्वारा अपने बड़े भाई गोपाल मलिक की हत्या की गई थी, जिसके सम्बन्ध में थाना सितारगंज, उधमसिंहनगर पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर बाल गृह हल्द्वानी में भेजा गया था, जहा से 6 महीने बाद वह छूट गया था।

पुलिस की इस टीम ने किया गिरफ्तार

उप निरीक्षक बृज भूषण गुरूरानी ,-आरक्षी किशोर कुमार,-आरक्षी महेन्द्र गिरी,-आरक्षी मनमोहन सिंह ,-आरक्षी गोबिन्द सिंह विष्ट।थाना कोतवाली नगर हरिद्वार टीम-उप निरीक्षक पवन डिमरी,-आरक्षी दीपक गौड़,-आरक्षी राजेश सिंह।

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