श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव के खिलाफ कुलपति ने की जांच की संस्तुति, शासन को लिखे पत्र में लगाए गंभीर आरोप
-कुलपति का आरोप 3 दिसम्बर से कुलसचिव सुधीर बुड़ाकोटी बिना अनुमति के वाहन समेत अनुपस्थित
-विश्वविद्यालय में प्रथम कुलसचिव रहते हुए नियम विरुद्ध बढ़ाया स्वयं का वेतन
-कुलपति पीपी ध्यानी ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को लिखा 7 बिंदुओं वाला पत्र
वैली समाचार, देहरादून।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय एक बार फिर कुलसचिव के कार्यों के चलते चर्चाओं में है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को 7 बिंदुओं वाले सम्बोधित पत्र में कुलसचिव सुधीर बुड़ाकोटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की संस्तुति दी गई है। कुलपति ने पत्र में कहा कि कुलसचिव बिना अनुमति के वाहन और स्वयं अनुपस्थित चल रहे हैं। ऐसे में कुलपति ने विश्वविद्यालय में कुलसचिव का पद रिक्त मानते हुए शासन से शीघ्र कुलसचिव की नियुक्ति का अनुरोध किया है।
राज्य की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय अक्सर चर्चाओं में रहता है। इस बार कुलसचिव की नियुक्ति को लेकर विश्वविद्यालय चर्चा में आया है। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी की तरफ से प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को लिखे गए पत्र में कुलसचिव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कुलपति के इस पत्र से विश्वविद्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। शासन ने यदि कुलपति की संस्तुति पर जांच बिठाई तो विश्वविद्यालय में कुछ अन्य प्रकरण भी सामने आ सकते हैं। इसके अलावा प्रथम कुलसचिव रहते हुए सुधीर बुड़ाकोटी ने पर स्वयं के वेतनमान में शासनादेश के बिना बढ़ोत्तरी करने का भी गंभीर आरोप लगाया है। बहरहाल कुलसचिव सुधीर बुड़ाकोटी पर लगे आरोप यदि साबित हुए तो शासन उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकता है। इसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है।